खालिस्तान आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू (Khalistan terrorist Gurpatwant Singh Pannun) की हत्या करने की साजिश में भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता (Nikhil Gupta) पर आरोप लगाया गया था।
Khalistan terrorist Gurpatwant Singh Pannun: खालिस्तान आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू (Khalistan terrorist Gurpatwant Singh Pannun) की हत्या करने की साजिश में भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता (Nikhil Gupta) पर आरोप लगाया गया था। इसी बीच वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक निखिल गुप्ता को चेक गणराज्य से अमेरिका ले आया गया है। 52 वर्षीय गुप्ता को पिछले साल अमेरिकी सरकार के अनुरोध पर खालिस्तान आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश में शामिल होने के आरोप में चेक गणराज्य में गिरफ्तार किया गया था। उसे सोमवार (17 जून) को न्यूयॉर्क की एक संघीय अदालत में पेश किए जाने की उम्मीद है।
निखिल गुप्ता को चेक गणराज्य से लाने के बाद फिलहाल ब्रुकलिन में संघीय मेट्रोपॉलिटन डिटेंशन सेंटर में रखा गया है, जहां उन्हें एक कैदी के रूप में शामिल किया गया है। नाम न छापने की शर्त पर मामले से परिचित लोगों के अनुसार, गुप्ता को चेक गणराज्य में हिरासत में लिया गया था। इसके बाद हफ्ते के आखिर में उन्हें न्यूयॉर्क लाया गया। बता दें कि अमेरिका में आमतौर पर प्रत्यर्पित संभावित आरोपियों को देश में लाए जाने के एक दिन के बाद कोर्ट में पेश होना पड़ता है।
नई दिल्ली आने वाले है अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन
संघीय अभियोजकों का आरोप है कि गुप्ता ने पन्नू को मारने के लिए एक हिटमैन को काम पर रखा था। इसके लिए उसने हिटमैन को 15,000 डॉलर का भुगतान किया था। उनका आरोप है कि भारत सरकार का एक अनाम अधिकारी भी इसमें शामिल था। गुप्ता का प्रत्यर्पण वार्षिक ICT वार्ता के लिए अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन की नई दिल्ली यात्रा से पहले हुआ है। सुलिवन द्वारा अपने भारतीय समकक्ष अजीत डोभाल के समक्ष यह मुद्दा उठाए जाने की उम्मीद है। भारत ने ऐसे मामले में अपनी संलिप्तता से इनकार किया है और आरोपों की जांच शुरू कर दी है। वहीं गुप्ता ने अपने वकील के माध्यम से आरोपों से इनकार किया है और कहा है कि उन पर "गलत आरोप" लगाए गए हैं।
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