चीन दुनिया का सबसे बड़ा भू-माफिया...कनाडा में भारतीय समुदाय ने ऐसे किया विरोध प्रदर्शन

भारत-चीन विवाद को लेकर कनाडा में भारतीय समुदाय के लोगों ने वैंकूवर में चीन के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने बैक ऑफ चीन, स्टॉप कीलिंग पिपल इन इंडिया. चीन फ्री वर्ल्ड के लिए खतरा जैसे स्लोगन और बैनर के साथ विरोध किया गया। प्रदर्शनकारियों में से एक ने कहा, चीन ने विश्व शांति में खलल डाला है।

Asianet News Hindi | Published : Jun 24, 2020 8:22 AM IST

वैंकूवर. भारत-चीन विवाद को लेकर कनाडा में भारतीय समुदाय के लोगों ने वैंकूवर में चीन के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने बैक ऑफ चीन, स्टॉप कीलिंग पिपल इन इंडिया. चीन फ्री वर्ल्ड के लिए खतरा जैसे स्लोगन और बैनर के साथ विरोध किया गया। प्रदर्शनकारियों में से एक ने कहा, चीन ने विश्व शांति में खलल डाला है।

"चीन दुनिया का सबसे बड़ा भू-माफिया"
एक अन्य प्रदर्शनकारी ने कहा कि चीन दुनिया का सबसे बड़ा भू-माफिया बन गया है। एक बड़ी जमीन के बाद भी चीन ने अक्साई पर अतिक्रमण किया है। उन्होंने धोखे से भारतीय सैनिकों पर हमला किया। लेकिन भारतीय जवानों ने करारा जवाब दिया, जिसे चीनी मीडिया ने रिपोर्ट नहीं किया।

क्या है भारत-चीन विवाद?
चीन ने लद्दाख के गलवान नदी के पास कई क्षेत्रों पर अपना कब्जा बनाए रखा है। यह क्षेत्र 1962 के युद्ध का भी प्रमुख कारण था। इसका विवाद को सुलझाने के लिए कई स्तर की बातचीत भी हो चुकी है। 6 जून को दोनों देशों के बीच लेफ्टिनेंट जनरल लेवल की बैठक हुई थी। हालांकि, अभी विवाद पूरी तरह से निपटा नहीं है।

15 जून की रात सीमा पर क्या हुआ था?
पूर्वी लद्दाख सीमा पर भारत और चीन के सैनिकों के बीच झपड़ में भारत के कर्नल रैंक के अधिकारी सहित 20 जवान शहीद हो गए। इस घटना पर विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट कर दिया है कि चीन ने ऐसा क्यों किया? मंत्रालय ने साफ-साफ शब्दों में कह दिया कि 15 जून को देर शाम और रात को चीन की सेना ने वहां यथास्थिति बदलने की कोशिश की। यथास्थिति से मतलब है कि चीन ने एलएसी बदलने की कोशिश की। भारतीय सैनिकों ने रोका और इसी बीच झड़प हुई। 15 जून की रात हुई हिंसक झड़प में 40 चीनी सैनिकों की भी मौत हुई।

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