इंडोनेशिया के रक्षा मंत्री प्रबोवो सुबियांतो बने देश के राष्ट्रपति, चुनाव आयोग ने औपचारिक रूप से किया घोषित

इंडोनेशिया के चुनाव आयोग ने बुधवार (24 अप्रैल) को एक समारोह में औपचारिक रूप से प्रबोवो सुबियांतो को राष्ट्रपति घोषित कर दिया। प्रबोवो सुबियांतो वर्तमान में रक्षा मंत्री हैं।

sourav kumar | Published : Apr 24, 2024 10:33 AM IST / Updated: Apr 24 2024, 04:14 PM IST

इंडोनेशिया के राष्ट्रपति। इंडोनेशिया के चुनाव आयोग ने बुधवार (24 अप्रैल) को एक समारोह में औपचारिक रूप से प्रबोवो सुबियांतो को राष्ट्रपति घोषित कर दिया। प्रबोवो सुबियांतो वर्तमान में रक्षा मंत्री हैं। उन्होंने 58.6 फीसदी  वोटों या 96 मिलियन से अधिक मतपत्रों के साथ राष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल की। उन्होंने अपने दोनों प्रतिद्वंदियों से भी दोगुने वोट से जीत हासिल की है। हालांकि, उनके प्रतिद्वंद्वियों ने आरोप लगाया कि उन्होंने धोखाधड़ी से जीत हासिल की है। इसको लेकर अधिकारियों ने आम चुनाव आयोग परिसर की ओर जाने वाली सड़कों को जाम कर दिया। उस दौरान 4,200 से अधिक पुलिस और सैनिक तैनात थे।

वहीं जारी प्रदर्शन के दौरान राष्ट्रपति चुने जाने के बाद सुबियांतो और निर्वाचित उपराष्ट्रपति जिब्रान राकाबुमिंग राका ने इमारत में पहुंचते ही अपने समर्थकों का हाथ हिलाया। सुबियांतो ने समारोह के दौरान कहते हैं- कड़ी प्रतिस्पर्धा की दौड़ खत्म हो गई। कभी-कभी ऐसी गरमागरम बहस होती रहती है। उनके समारोह में प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार अनीस बसवेदन और उनके साथी मुहैमिन इस्कंदर सहित देश के राजनीतिक वर्ग के लोगों ने भाग लिया। सुबियांतो ने कहा, "और अब हमारे लोग मांग करते हैं कि राजनीतिक नेताओं को लोगों के कल्याण और इंडोनेशिया में गरीबी और भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए मिलकर काम करना चाहिए।

सुबियांतो अक्टूबर में पदभार ग्रहण करेंगे

सुबियांतो अक्टूबर में पदभार ग्रहण करेंगे और लोकप्रिय जोको विडोडो का स्थान लेंगे, जो जकार्ता अभिजात वर्ग के बाहर से देश के पहले राष्ट्रपति हैं।आम चुनाव आयोग ने 20 मार्च को चुनाव परिणामों को प्रमाणित किया, लेकिन प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवारों, जकार्ता के पूर्व गवर्नर अनीस बसवेदन और पूर्व मध्य जावा गवर्नर गंजर प्रानोवो की ओर से कानूनी चुनौतियों के बाद औपचारिक घोषणा समारोह को रोक दिया गया, जिन्होंने परिणाम को रद्द करने की मांग की थी और पुनर्मतदान की मांग की थी।

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