15 मई को हर साल अंतरराष्ट्रीय परिवार दिवस मनाया जाता है। आज के दौर में परिवार की महत्ता इसलिए भी बढ़ती जा रही है क्योंकि लोगों के पास एक-दूसरे के लिए वक्त नहीं है। एक अच्छे परिवार में इन 5 बातों का होना बेहद जरूरी है।
International day of families 2022: आजकल की आपाधापी भरी जिंदगी में लोगों के पास एक-दूसरे के लिए वक्त नहीं है। हर कोई अपनी ही दुनिया में बिजी है। ऐसे में कई बार मुश्किल दौर में हमारे भीतर नेगेटिविटी (नकारात्मकता) बढ़ने लगती है। ये नेगेटिविटी कई बार इस हद तक बढ़ जाती है कि करीबी रिश्तों में भी दूरियां आ जाती हैं। रिश्तों के बीच आने वाली इस खाई को पाटने के लिए परिवार के बीच सामंजस्य और आपसी समझदारी बेहद जरूरी है।
आमतौर पर परिवार दो तरह के होते हैं। पहला है एकाकी परिवार या सिंगल फैमिली और दूसरा संयुक्त परिवार या ज्वाइंट फैमिली। भारत में सदियों से संयुक्त परिवार का चलन रहा है। संयुक्त परिवार में घर के बड़े-बुजुर्गों की बातें सर्वोपरि होती हैं और उनके अनुभव का फायदा पूरे परिवार को मिलता है। ऐसे परिवारों में अनुशासन (डिसिप्लिन) होता है। हालांकि, तेजी से बदलते समय और शहरीकरण के चलते या तो संयुक्त परिवार कम होने लगे हैं या फिर उनमें बिखराव देखने को मिल रहा है। ऐसे में एक परिवार को बेस्ट फैमिली कहलाने के लिए उनमें ये 5 बातें होना बेहद जरूरी हैं।
1- बड़े बुजुर्गों का सम्मान, बच्चों को स्नेह :
संयुक्त परिवार में एक घर होने के साथ ही लोगों के उत्तरदायित्व भी संयुक्त होते हैं। ऐसे में सभी को अपनी-अपनी जिम्मेदारियों को समझते हुए बड़े-बुजुर्गों को सम्मान देना जरूरी है। परिवार के बड़ों के साथ ही बच्चों को प्यार और स्नेह भी एक अच्छी फैमिली की निशानी है। इसके साथ ही जीवनसाथी को भी उतना ही प्यार और सम्मान मिलना चाहिए, जितना घर के दूसरे लोगों को मिलता है।
2- भावनाओं को समझें :
एक अच्छे परिवार में बड़े-बुजुर्गों के साथ ही घर के हर एक सदस्य की भावनाओं (Feelings) का सम्मान होना चाहिए। घर में जितनी अहमियत बड़ों की बातों को दी जाती है, उतना ही बच्चों को महिलाओं को भी मिलनी चाहिए। इससे घर में प्यार और समझदारी का भाव पैदा होता है।
3- आपसी सामंजस्य :
एक अच्छी फैमिली में सबसे जरूरी चीज है सामंजस्य यानी एडजस्टमेंट। सामंजस्य का महत्व सिर्फ ज्वाइंट फैमिली ही नहीं बल्कि एकाकी परिवार के लिए भी उतनी ही अहमियत रखता है। कई बार परिवारों में आपसी मनमुटाव और सामंजस्य की कमी के चलते परिवार को बिखरते हुए देखा गया है।
4- जिम्मेदारी :
परिवार के हर एक सदस्य में जिम्मेदारी का भाव होना बेहद जरूरी है। ऐसा इसलिए भी है ताकि घर के किसी सदस्य को ये न लगे कि वो अपनी जिम्मेदारी से पीछे भाग रहा है या फिर उसे घर के किसी और सदस्य पर थोपना चाहता है। एक अच्छी फैमिली में बड़ों से लेकर बच्चों और महिलाओं तक सभी की जिम्मेदारियां बंटी होती हैं और उनके भीतर इन्हें पूरा करने का जज्बा भी होता है।
5- जीवनसाथी की कद्र :
कई बार परिवार में पुरुष और महिला दोनों ही कामकाजी होते हैं। ऐसे में जॉब के साथ-साथ घर के काम और जिम्मेदारियों को संभालना मुश्किल होता है। जब इस तरह के हालात हों तो पार्टनर्स को एक-दूसरे की कद्र करना चाहिए। ये नहीं सोचना चाहिए कि हमने तो दफ्तर में काम किया है, इसलिए अब घर के काम में हाथ नहीं बटाएंगे। अगर एक-दूसरे की कद्र करते हुए काम को बांट लिया तो यह बेहद आसानी से हो जाएगा। इसके साथ ही आपसी प्यार और तालमेल भी बढ़ेगा।