International Sculpture Day 2023: जानिए क्या है मूर्तिकला दिवस का महत्व और कब हुई थी इसकी शुरूआत?
आज दुनियाभर में अंतर्राष्ट्रीय मूर्तिकला दिवस मनाया जा रहा है। यह दिन मूर्तिकला का सम्मान करने के लिए मनाया जाता है। अंतर्राष्ट्रीय मूर्तिकला दिवस अप्रैल के आखिरी शनिवार को मनाया जाता है।
Danish Musheer | Published : Apr 29, 2023 5:18 AM IST / Updated: Apr 29 2023, 10:58 AM IST
अंतर्राष्ट्रीय मूर्तिकला दिवस 2023: अंतर्राष्ट्रीय मूर्तिकला दिवस (International Sculpture Day ) हर साल अप्रैल के अंतिम शनिवार को मनाया जाता है। इस साल यह 29 अप्रैल को मनाया जा है। इस दिन को पूरी दुनिया में मूर्तिकला का सम्मान करने के लिए मनाया जाता है।
यह दिन एक कला के रूप में मूर्तिकला के क्रिएशन और उसे बढ़ावा देने के साथ-साथ लोगों को दुनिया भर में मूर्ती कला के साथ जुड़ने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए डेडिकेटेड है।
अंतर्राष्ट्रीय मूर्तिकला दिवस पहली बार 2015 में अंतर्राष्ट्रीय मूर्तिकला केंद्र ( International Sculpture Center) द्वारा मनाया गया था।
गौरतलब है कि ISC जो संयुक्त राज्य अमेरिका स्थित एक नॉन-प्रोफेटल संगठन है, जो मूर्तिकला को आगे बढ़ाने के लिए समर्पित है। इसे मूर्तिकला की कला पर ध्यान देने, मूर्तिकला के नए तरीकों का पता लगाने और कलाकारों की सराहना करने के लिए शुरू किया गया था।
बता दें कि मूर्तियां थ्री- डायमेनशन विजुअल आर्ट (three-dimensional visual art) का एक रूप हैं। पत्थर की मूर्तियां कला के अन्य नॉन-पॉटरी (मिट्टी के बर्तन बनाने की कला) की तुलना में काफी लंबे समय से टिकी हुई हैं, और वे प्राचीन संस्कृतियों को जिंदा रखी हुई हैं।
मूर्तियां हमेशा कई संस्कृतियों में धार्मिक भक्ति का एक अभिन्न अंग रही हैं और अभी तक मूर्तियों का उपयोग धार्मिक या राजनीतिक कार्यों के लिए किया जा रहा है।अंतर्राष्ट्रीय मूर्तिकला दिवस हमारी दुनिया में मूर्तिकला की भूमिका को मनाने और उसे उजागर करने का एक तरीका है।
मूर्तिकला का उपयोग विचारों को व्यक्त करने, कहानियां सुनाने और सुंदरता दिखाने के लिए हजारों वर्षों से किया जाता रहा है और यह आज भी एक महत्वपूर्ण कला है।
मूर्ति बनाने के लिए आम तौर पत्थर, कांस्य और कुछ अन्य चीजों का इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा आज मूर्तियां बनाने के लिए कई अन्य विकल्प उपलब्ध हैं।
उल्लेखनीय है कि अधिकांश मूर्तियां किसी न किसी सांस्कृतिक, धार्मिक और राजनीतिक विषय से प्रेरित होती है।