एलिट फोर्स के जनरल कसीम सुलेमानी की मौत के बाद अमेरिका और ईरान के बीच विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है। 7 जनवरी को शाम 5.50 बजे (स्थानीय समय) पर ईरान ने इराक में अमेरिकी सैन्य बेस कैम्प को निशाना बनाया।
बगदाद. एलिट फोर्स के जनरल कसीम सुलेमानी की मौत के बाद अमेरिका और ईरान के बीच विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है। 7 जनवरी को शाम 5.50 बजे (स्थानीय समय) पर ईरान ने इराक में अमेरिकी सैन्य बेस कैम्प को निशाना बनाया। इस दौरान ईरान ने एक दर्जन से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइल दागीं। बताया जा रहा है कि ईरान ने तीन बेस कैंपों को निशाना बनाया। उधर, ईरान की सरकारी न्यूज चैनल ने दावा किया है कि इस हमले में 80 लोग मारे गए हैं। हालांकि, चैनल ने खुद इन आंकड़ों की पुष्टि नहीं की।
इराक ने कहा, ईरान ने 22 मिसाइलें दागीं
इसी बीच इराक की भी पहली प्रतिक्रिया आई है। इराक ने बताया कि 22 मिसाइलें दागीं गईं। हालांकि, इसमें किसी इराकी सैनिक की मौत नहीं हुई है। 2 सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया था।
ऑल इज वेल- ट्रम्प
इस हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ऑल इज वेल (सब ठीक है)। ईरान की तरफ से दो सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया। अभी नुकसान का जायजा लिया जा रहा है। अभी तक सब ठीक है। हमारी सेना दुनिया में सबसे मजबूत है। इस मामले में सुबह बयान जारी करूंगा।
ईरान ने अमेरिका को दी धमकी
ईरान में कसीम सुलेमानी का अंतिम संस्कार हो रहा है। इस दौरान अमेरिका को ईरान ने चेतावनी दी है कि अगर वह हमला करता है, ईरान अमेरिका में घुसकर कार्रवाई करेगा। उधर, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का आज अमेरिका में संबोधन होना था, लेकिन इसे टाल दिया गया।
विदेशी मीडिया के मुताबिक, इरबिल बेस कैम्प पर ईरान का हमला नाकाम रहा है। अभी तक हमले में अमेरिका और गठबंधन सेनाओं को अभी तक किसी भी नुकसान की खबर नहीं है। उधर, ईरान ने अमेरिका को मिडिल ईस्ट से अपनी सेनाएं वापस बुलाने की धमकी दी है।
गुरुवार को मारे गए थे सुलेमानी
अमेरिका द्वारा इराक में ड्रोन हमले में गुरुवार को ईरान के टॉप कमांडर कसीम सुलेमानी की मौत हो गई थी। इस हमले में 3 अन्य अफसरों समेत 8 लोग मारे गए थे।