क्या पाकिस्तान को गिलगित-बाल्टिस्तान के लिए उकसा रहा है चीन, पाकिस्तान सरकार 15 नवंबर को कराने जा रही चुनाव

पाकिस्‍तान सरकार ने ग‍िलग‍ित-बाल्टिस्‍तान को राज्‍य घोषित कर द‍िया है। पाकिस्‍तान सरकार 15 नवंबर को यहां पर चुनाव कराने जा रही है। पाकिस्‍तान के इस कदम पर भारत ने कड़ी आपत्ति जताई है।

इंटरनेशनल डेस्क। पाकिस्‍तान सरकार ने ग‍िलग‍ित-बाल्टिस्‍तान को देशा का पांचवां राज्‍य घोषित कर द‍िया है। पाकिस्‍तान सरकार 15 नवंबर को यहां पर चुनाव कराने जा रही है। पाकिस्‍तान के इस कदम पर भारत ने कड़ी आपत्ति जताई है। इसे लेकर यह बात सामने आ रही है कि क्या पाक अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बालिस्टान को पाकिस्तानी राज्य घोषित करने और वहां चुनाव कराने के पीछे कहीं चीन का हाथ तो नहीं है। कई विश्लेषकों का मानना है कि यह पूरी योजना चीन ने लद्दाख को लेकर भारत से बदला लेने के लिए बनाई है।

चीन ने उठाया धारा 370 को खत्म करने का मुद्दा
उल्लेखनीय है कि पिछले साल अक्टूबर में पाकिस्‍तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के बीजिंग दौरे के बाद से अब तक चीन ने संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद में कई बार इस्‍लामाबाद की आड़ में कश्‍मीर से अनुच्‍छेद 370 को खत्‍म करने का मुद्दा उठाया है। इसे लेकर विश्लेषकों का मानना है कि पाकिस्तान के इस कदम के पीछे चीन का हाथ हो सकता है। 

Latest Videos

भारत ने जाहिर की है नाराजगी
चीन के इस कदम पर भारत ने नाराजगी जाहिर की है। पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच तनातनी चल रही है। दोनों ही देशों ने हजारों की तादाद में अपने सैनिक वहां तैनात कर रखे हैं। लद्दाख और गिलगित-बाल्टिस्‍तान आपस में सटे हुए हैं। इन दोनों को सियाचीन ग्‍लेशियर अलग करता है। विश्‍लेषकों का मानना है कि गिलगित-बाल्टिस्‍तान के दर्जे को बदलने के बाद भारत को पहाड़ों पर पाकिस्‍तान और चीन के खिलाफ दो फ्रंट पर युद्ध का सामना करना पड़ सकता है।

गिलगित में चीन कर रहा है निवेश
गिलगित-बाल्टिस्‍तान चीन के शिंजियांग उइगर इलाके से सटा हुआ है। यह अरब सागर तक जाने के लिए चीन का एकमात्र जमीनी मार्ग है। अरब सागर क्षेत्र में ही तेल बहुल खाड़ी देश बसे हैं। चीन ने वर्ष 1978 में कराकोरम हाईवे बनाया था, जिससे चीन और पाकिस्‍तान पूरी तरह से जुड़ गए। चीन अब सीपीईसी के तहत पाकिस्‍तान में करीब 90 अरब डॉलर का निवेश कर रहा है। बेल्‍ट एंड रोड कार्यक्रम के तहत गिलगित में भी चीनी निवेश किया जा रहा है। इसका भारत ने विरोध किया है। भारत का कहना है कि गिलगित भारत के जम्‍मू-कश्‍मीर राज्‍य का हिस्‍सा है। 

पाकिस्तान के इस कदम से बढ़ेगा तनाव
पाकिस्‍तान के इस कदम से चीन-पाकिस्‍तान और भारत के बीच तनाव बढ़ेगा। चीन के संबंध अमेरिका के साथ खराब होते जा रहे हैं। अमेरिका इसे चीन की शह पर उठाया गया कदम मानेगा। जानकारी के मुताबिक, पाकिस्‍तान के सेना प्रमुख ने 16 सितंबर को पाकिस्‍तानी नेताओं के साथ एक गोपनीय बैठक की थी। इसमें उन्‍होंने गिलगित को अलग राज्‍य बनाए जाने की योजना का खुलासा किया था। अब गिलगित को अलग राज्‍य का दर्जा दे दिया गया है। वहां पर 15 नवंबर को चुनाव होने हैं।

Share this article
click me!

Latest Videos

नाइजीरिया में मोदी-मोदी, राष्ट्रपति टिनूबू ने किया वेलकम और झूम उठे लोग । PM Modi Nigeria Visit
देश संविधान से चलना चाहिए और PM मोदी कहते हैं कि संविधान एक खोखली किताब है: राहुल गांधी
Nagpur Poha Shop पर पहुंचे Rahul Gandhi, फिर खुद भी किया ट्राई | Maharashtra Election 2024
Akhilesh Yadav: 'अब हिले हुए दिखाई दे रहे हैं हमारे डरे हुए मुख्यमंत्री' #Shorts
नाइजीरिया, ब्राजील, गुयाना की 5 दिन की यात्रा पर निकले PM मोदी