
Islamic State Calls Muslim to Attack India: आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (IS) के प्रवक्ता ने एक बयान जारी कर मुसलमानों से खुलेआम भारत में आतंकी हमलों की अपील की है। आईएस के प्रवक्ता अबु उमर-अल मुजाहिर ने दक्षिण और दक्षिण पूर्व एशिया के मुसलमानों से साथ आने की अपील की है। उसने कहा है कि भारत के खिलाफ एकसाथ मिलकर हमला करना चाहिए। मुजाहिर ने कहा है कि इस्लामिक स्टेट का मकसद भारत में इस्लाम की रक्षा करना है। क्योंकि वहां सरकार की तरफ से लगातार इसे निशाना बनाया जा रहा है।
कहा- मुसलमानों में नहीं बची लड़ने की ताकत :
मुजाहिर ने कहा- डर की वजह से मुसलमानों में अपने मजहब की रक्षा करने का जज्बा खत्म हो गया है। इनके अंदर अब अपने दुश्मन से भी लड़ने की ताकत नहीं बची है। बता दें कि मुजाहिर ने 32 मिनट का यह भाषण अरबी में जारी किया है। मुजाहिर की स्पीच में भारत के मुसलमानों को देश पर हमले के लिए भड़काया जा रहा है।
इन देशों से की भारत पर हमले की अपील :
मुजाहिर ने वीडियो में भारत के मुसलमानों के अलावा पाकिस्तान, बांग्लादेश, फिलीपींस, मलेशिया, इंडोनेशिया और सिंगापुर में रह रहे मुसलमानों को मिलकर भारत पर हमला करने की अपील की। बता दें कि इससे पहले अल-कायदा सरगना अयमान अल-जवाहिरी की तरफ से भी ऐसी ही अपील की गई थी। इस्लामिक स्टेट ने नूपुर शर्मा को भी ईशनिंदा की वजह से हिंसा का शिकार बनाने की बात कही है।
तालिबान पर साधा निशाना :
अल मुजाहिर ने आतंकी संगठन की उन यूनिट्स की तारीफ की है, जिन्होंने अबुजा, नाइजीरिया और कांगो की जेल में बंद आतंकियों को छुड़ाने के लिए हमले किए थे। इराक और सीरिया में बड़े पैमाने पर इस्लामिक स्टेट के आतंकी जेल में बंद हैं। इनमें कई भारतीय भी हैं। हालांकि, मुजाहिर ने अपने भाषण में तालिबान पर भी निशाना साधा है।
आईएस की दुश्मन देशों की सूची में है भारत :
इस्लामिक स्टेट के खलीफा इब्राहिम अवाद अल-बादरी ने भी भारत को दुश्मन देशों की सूची में रखा है। 2016 में इस संगठन की ओर से एक और वीडियो आया था जिसमें कई भारतीय आतंकियों से घर लौटने और आतंक फैलाने की अपील की गई थी।
ये भी देखें :
पैगंबर के अपमान का बदला लेने भारत आ रहा था IS का सुसाइड बॉम्बर, टारगेट पर थे बड़े नेता, रूस ने पकड़ा
ISIS का दावा-केरल के युवक ने किया था लीबिया में हमला, घर से निकला था पैसे कमाने बन गया आतंकी
अंतरराष्ट्रीय राजनीति, ग्लोबल इकोनॉमी, सुरक्षा मुद्दों, टेक प्रगति और विश्व घटनाओं की गहराई से कवरेज पढ़ें। वैश्विक संबंधों, अंतरराष्ट्रीय बाजार और बड़ी अंतरराष्ट्रीय बैठकों की ताज़ा रिपोर्ट्स के लिए World News in Hindi सेक्शन देखें — दुनिया की हर बड़ी खबर, सबसे पहले और सही तरीके से, सिर्फ Asianet News Hindi पर।