ईरान समर्थित आतंकी संगठन हिजबुल्लाह ने कहा कि उसके दो सदस्य इसरायली हमले में मारे गए हैं।
Israel eliminated two Terrorists of Hezbollah: इसरायल ने साउथ लेबनान में हिजबुल्लाह के हवाई यूनिट के दो महत्वपूर्ण आतंकवादियों को मार गिराया है। इसरायली दावे की पुष्टि हिजबुल्लाह आतंकी संगठन ने भी की है। ईरान समर्थित आतंकी संगठन हिजबुल्लाह ने कहा कि उसके दो सदस्य इसरायली हमले में मारे गए हैं। दोनों सदस्य मंगलवार को हुई गोलीबारी में मारे गए हैं।
दरअसल, इसरायली रक्षा बलों (आईडीएफ) ने मंगलवार को अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल पर यह बताया कि उसने पिछले दिनों दक्षिण लेबनान में हिजबुल्लाह की हवाई यूनिट के दो आतंकवादियों को मार गिराया है।
मंगलवार को ड्रोन से इसरायल ने बोला हमला
मंगलवार को इसरायल ने साउथ लेबनान के अंदर ड्रोन से हमला बोला। इस हमले में हिजबुल्लाह की हवाई यूनिट में काम करने वाले एक इंजीनियर की मौत हो गई। वह कहीं जा रहा था कि हमला हुआ। हमला सीमा से करीब 35 किलोमीटर दूर तटीय शहर टायर के पास अबू अल-असवाद इलाके में हुआ। इसरायल ने एक लड़ाकू विमान को भी तबाह कर दिया। हिजबुल्लाह ने बताया कि उसके दो लड़ाके मारे गए हैं। एक को रात में मारा गया।
बीते साल 7 अक्टूबर 2023 को हमास के आतंकियों ने इसरायल पर हमला बोल दिया था। हवाई और जमीनी दोनों स्तरों पर बोले गए इस हमले के दौरान हमास ने काफी कत्लेआम मचाया था। बताया जा रहा है कि 1100 से अधिक इसरायली लोग इस हमले में मारे गए थे। ढाई सौ से अधिक लोगों को हमास ने बंधक भी बना लिया था। इस हमले के बाद इसरायल ने हमास के खात्मे की कसम खाते हुए गाजापट्टी पर हमला बोल दिया। गाजापट्टी पर उस दिन से लगातार हमला हो रहा है। गाजापट्टी पूरी तरह से तबाह हो चुका है। 30 हजार से अधिक फिलिस्तीनी इस हमले में मारे जा चुके हैं। राशन-पानी, दवाइयों के लिए भी गाजा के लोग तरस गए हैं। काफी संख्या में लोग भूख से तड़प कर मर रहे हैं।
उधर, 7 अक्टूबर को इसरायल पर हमास के हमले के बाद से गाजा में युद्ध शुरू होने के बाद हिजबुल्लाह और इसरायली सेना के बीच लगभग रोजाना सीमा पार से गोलीबारी हो रही है। हाल के दिनों में हिजबुल्लाह ने इसरायली ठिकानों पर अपने रॉकेट हमले तेज कर दिए हैं। 7 अक्टूबर के बाद से अभी तक के हिजबुल्लाह और इसरायली टकराव में कम से कम 378 लड़ाके लेबनान में मारे जा चुके हैं। इसमें अधिकतर हिजबुल्लाह के हैं। इसमें करीब 70 नागरिक भी हैं। जबकि इसरायल के 11 सैनिक और 8 आम नागरिक मारे गए हैं।
यह भी पढ़ें: