संयुक्त राष्ट्र के अधिकारी जेमी मैकगोल्ड्रिक ने संवाददाताओं से कहा,''गाजा में बहुत गर्मी हो रही है। लोगों को उनकी ज़रूरत से बहुत कम पानी मिल रहा है।
गाजा में फैलेगी बीमारी। इजरायल और गाजा के बीच बीते 6 महीनों से युद्ध चल रहा है। इस दौरान इजरायल ने अपने हवाई हमले से गाजा में रहने वाले लोगों को मौत की नींद सुला दी है। इसी बीच गाजा में संयुक्त राष्ट्र के मानवीय समन्वयक ने शुक्रवार (12 अप्रैल) को आशंका जताई कि गाजा के लोगों की जिंदगी दांव पर लगने जा रही है। उन्होंने बताया कि साफ पानी की कमी और बढ़ते तापमान के कारण गाजा में पानी से फैलने वाली बीमारियां बढ़ेंगी, जिनसे उनकी मौत हो सकती है।
संयुक्त राष्ट्र के अधिकारी जेमी मैकगोल्ड्रिक ने संवाददाताओं से कहा,''यहां बहुत गर्मी हो रही है। लोगों को उनकी ज़रूरत से बहुत कम पानी मिल रहा है। इसके चलते सुरक्षित और साफ पानी की कमी और स्वच्छता प्रणालियों में आई दिक्कत की वजह से पानी से फैलने वाली बीमारियां बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि हमें आने वाले महीनों में एक रास्ता खोजना होगा कि हम उन क्षेत्रों में पानी की बेहतर आपूर्ति कैसे कर सकते हैं, जहां इस समय लोगों की भीड़ है।
कई खतरनाक बीमारियों का बसेरा
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार दूषित पानी और खराब स्वच्छता की वजह से हैजा, दस्त, पेचिश और हेपेटाइटिस ए जैसी बीमारियों होती हैं। बीते साल अक्टूबर के मध्य से हमास द्वारा दक्षिणी इजरायल में घातक हमलों के जवाब में गाजा पर हमले के बाद WHO ने डायरिया के 345,000 से अधिक मामले दर्ज किए हैं। इनमें से 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में 105,000 से अधिक मामले शामिल हैं।
इजरायल ने दी पानी की मंजूरी
इजरायल ने गाजा में सहायता बढ़ाने के लिए मानवीय संगठनों की क्षमता को सुविधाजनक बनाने के लिए मान गया है। इसका नतीजा ये है कि उत्तरी गाजा में पानी के पाइपलाइन को फिर से शुरू करने को मंजूरी दे दी है। गाजा पट्टी में पानी का एकमात्र प्राकृतिक स्रोत तटीय जलभृत बेसिन है, जो मिस्र में उत्तरी सिनाई प्रायद्वीप से गाजा और इजरायल तक पूर्वी भूमध्यसागरीय तट से होकर गुजरता है।