अमेरिका और यूके ने यमन के ईरान समर्थिक हौथी विद्रोहियों के ठिकानों पर हवाई हमला किया है। हौथी विद्रोही हमास के साथ समर्थन दिखाने के लिए लाल सागर से गुजरने वाले जहाजों पर हमले कर रहे हैं।
वाशिंगटन। इजरायल और हमास के बीच चल रही जंग की आग यमन तक फैल गई है। यमन के अधिकतर हिस्से पर ईरान समर्थित हौथी विद्रोहियों का नियंत्रण है। हौथी विद्रोही फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास के साथ समर्थन दिखाने के लिए लाल सागर से गुजरने वाले जहाजों पर हमला कर रहे हैं। अमेरिका हौथी विद्रोहियों के हमले से जहाजों को बचाने के लिए 10 देशों के साथ अभियान चला रहा है। अमेरिका और उसके सहयोगी देशों ने हौथी विद्रोहियों द्वारा लॉन्च किए गए कई मिसाइलों व ड्रोनों को मार गिराया है।
इस बीच ऐसी जानकारी आई है कि अमेरिका और ब्रिटेन ने यमन में हौथी विद्रोहियों के ठिकानों पर हवाई हमला शुरू कर दिया है ताकि वे लाल सागर में जहाजों पर हमला करने लायक नहीं रहें। हौथी विद्रोहियों द्वारा लाल सागर में जहाजों पर हमला किए जाने के बाद से पहली बार अमेरिका और यूके ने उसपर जवाबी हमला किया है।
यमन के अधिकतर हिस्से पर है हौथी विद्रोहियों का कब्जा
हौथी विद्रोही यमन के अधिकतर हिस्से पर कंट्रोल करते हैं। ये हमास को अपना समर्थन दिखाने के लिए लाल सागर के शिपिंग रूट को निशाना बना रहे हैं। इन हमलों के चलते यूरोप और एशिया को जोड़ने वाले इस महत्वपूर्ण शिपिंग रूट पर जहाजों का संचालन प्रभावित हुआ है। इस रूट से वर्ल्ड शिपिंग ट्रैफिक का करीब 15 फीसदी हिस्सा गुजरता है।
2016 के बाद यमन के हौथी विद्रोहियों के खिलाफ अमेरिका ने पहली बार किया हमला
ऐसा माना जाता है कि 2016 के बाद यमन के हौथी विद्रोहियों के खिलाफ अमेरिका ने पहली बार हमला किया है। वहीं, गुरुवार को हौथी के नेता ने कहा कि अमेरिका हमला करता है तो उसे जवाब दिया जाएगा।
व्हाइट हाउस ने जारी किया बयान
अमेरिकी राष्ट्रपति के ऑफिस व्हाइट हाउस ने यमन में हमलों को लेकर बयान जारी किया है। इसमें कहा गया है कि अमेरिकी सैन्य बलों ने यूनाइटेड किंगडम के साथ मिलकर यमन में कई ठिकानों पर सफलतापूर्वक हमले किए। हौथी विद्रोहियों ने दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण जलमार्ग पर एंटी-शिप बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला किया है। इन हमलों ने अमेरिकी कर्मियों, नागरिक नाविकों और हमारे साझेदारों को खतरे में डाल दिया है। व्यापार और नेविगेशन की स्वतंत्रता को खतरे में डाल दिया है। इसके जवाब में यमन में हमले किए गए हैं।
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गौरतलब है कि हौथी विद्रोहियों ने गृहयुद्ध में यमन के अधिकांश हिस्से पर कब्जा कर लिया था। उन्होंने इजरायल से जुड़े या इजरायली बंदरगाहों की ओर जाने वाले जहाजों पर हमला करने की कसम खाई है। अमेरिकी सेना ने गुरुवार को कहा कि हौथिस ने अदन की खाड़ी में अंतरराष्ट्रीय शिपिंग लेन में एक जहाज को निशाना बनाने के लिए बैलिस्टिक मिसाइल दागी। यह 19 नवंबर के बाद से समूह द्वारा किया गया 27वां हमला है।
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