गाजा का 'लादेन' ढेर, इजराइल का बदला पूरा...क्यों कहलाता था खान यूनिस का कसाई

Published : Oct 18, 2024, 07:49 AM ISTUpdated : Oct 18, 2024, 08:55 AM IST
Yahya Sinwar

सार

गाजा के हमास प्रमुख याह्या सिनवार को इजराइली सेना ने ढेर कर दिया है। इजराइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा- हमारा बदला पूरा हुआ, लेकिन जंग अभी जारी रहेगी। बता दें कि सिनवार इसी साल इस्माइल हानिया की मौत के बाद हमास चीफ बना था।

Yahya Sinwar Killed: सालभर पहले यानी 7 अक्टूबर को इजराइल को दहलाने वाले गाजा के लादेन याह्या सिनवार का खात्मा हो गया है। इजराइली सेना ने उसे एक हमले में मार गिराया है। इस बात की पुष्टि खुद इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और विदेश मंत्री काट्ज ने की है। नेतन्याहू ने एक वीडियो संदेश जारी करते हुए कहा- हमने हमास से हिसाब बराबर कर लिया है, लेकिन अभी हमारी जंग रुकेगी नहीं।

कैसे मारा गया सिनवार?

बता दें कि इजराइली सेना ने 16 अक्टूबर को सेंट्रल गाजा की एक बिल्डिंग पर हमला किया था। इसमें हमास के 3 आतंकियों के मारे जाने की खबर आई। इनमें से एक की शक्ल याह्या सिनवार से मिलती थी, जिसके आधार पर कहा गया कि मरने वाला सिनवार ही है। हालांकि, बाद में DNA टेस्ट से कन्फर्म हुआ कि सिनवार मारा जा चुका है।

इस्माइल हानिया की मौत के बाद बना था हमास प्रमुख

याह्या सिनवार इसी साल 31 जुलाई को इस्माइल हानिया की मौत के बाद हमास का नया चीफ बना था। 2015 में अमेरिका ने उसे ग्लोबल टेररिस्ट घोषित किया था। वहीं, फ्रांस ने भी सिनवार की संपत्ति फ्रीज कर उस पर बैन लगा दिया था।

इजराइल पर 7 अक्टूबर के हमले में सिनवार की साजिश

बता दें कि पिछले साल 7 अक्टूबर को इजराइल पर हुए हमले की साजिश याह्या सिनवार ने ही रची थी। इस हमले में हमास के आतंकियों ने जहां इजराइल के 250 नागरिकों को बंधक बना लिया था, वहीं 1300 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था। इसी हमले के बाद इजराइल ने पलटवार किया, जिसकी लड़ाई अब तक जारी है।

सिनवार को क्यों कहते थे खान यूनिस का कसाई

याह्या सिनवार को गाजा के ओसामा बिन लादेन के अलावा उसकी क्रूरता के चलते खान यूनिस का कसाई भी कहा जाता था। गाजा के अंदर बिछा सुरंगों का जाल सिनवार के दिमाग की ही उपज है। याह्या सिनवार का जन्म 1962 में दक्षिण गाजा के खान यूनिस में एक फिलिस्तीनी शरणार्थी शिविर में हुआ था। 80 के दशक के आखिर में उसे इजरायल ने गिरफ्तार किया। सिनवार ने इजरायल के लिए काम करने वाले 12 लोगों की हत्या की बात कबूल की। इसके बाद ही उसे 'खान यूनिस के जल्लाद' का नाम मिला।

1000 सैनिकों के साथ सिनवार को छोड़ना इजराइल की सबसे बड़ी भूल

याह्या सिनवार कहता था कि फिलिस्तीन तभी अस्तित्व में आएगा, जब हम हथियार उठाकर दुश्मन का सफाया करेंगे। बता दें कि 2011 में इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास की ओर से पकड़े गए अपने सैनिकों को छुड़ाने के बदले में फिलिस्तीन के 1000 से ज्यादा कैदियों को रिहा किया था। तब याह्या सिनवार भी उन्हीं में से एक था। हालांकि, उस वक्त इजराइल को जरा भी अंदाजा नहीं रहा होगा कि सिनवार पूरे इजराइल की नाक में दम कर देगा।

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