इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की कुर्सी पर संकट मंडराने लगा है। दरअसल, इजराइल में विपक्षी दलों ने सरकार बनाने की कोशिश तेज कर दी है। नेतन्याहू को सत्ता से बेदखल करने के लिए इजराइल के राष्ट्रवादी नेता नफ्ताली बेनेट ने कहा है कि वे गठबंधन सरकार में शामिल हो सकते हैं।
तेलअवीव. इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की कुर्सी पर संकट मंडराने लगा है। दरअसल, इजराइल में विपक्षी दलों ने सरकार बनाने की कोशिश तेज कर दी है। नेतन्याहू को सत्ता से बेदखल करने के लिए इजराइल के राष्ट्रवादी नेता नफ्ताली बेनेट ने कहा है कि वे गठबंधन सरकार में शामिल हो सकते हैं।
नेतन्याहू पिछले 12 साल से इजराइल में सत्ता में हैं। लेकिन बेनेट के ऐलान के बाद अब माना जा रहा है कि बेंजामिन का शासन खत्म हो सकता है। इजराइल में पिछले 2 साल में चार बार आम चुनाव हुए हैं। मार्च में हुए चुनाव में 120 सीटों वाले इजराइल में किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला। ऐसे में यहां अब विपक्षी पार्टियां एक साथ मिलकर सरकार बनाने का प्रयास कर रही हैं।
दो-दो साल रह सकते हैं पीएम
नफ्ताली बेनेट ने कहा, मैं अपने मित्र यैर लेपिड के साथ सरकार बनाने के लिए कुछ भी करूंगा। ईश्वर की इच्छा से हम दोनों मिलकर देश को अनियंत्रित गिरावट से रोक सकेंगे। साथ ही इजरायल को वापस रास्ते पर लाएंगे।
लैपिड को बुधवार तक नई सरकार बनाने का कार्यभार दिया गया है। वहीं, बेनेट नेतन्याहू के सहयोगी रहे हैं। लेकिन अब विरोधी हैं। उन्होंने कहा, इजरायल को दो साल में लगातार पांचवीं बार चुनाव से बचाने के लिए यह फैसला लिया है। माना जा रहा है कि लेपिड और बेनेट दो दो साल तक पीएम रह सकते हैं।
गठबंधन सदी का सबसे बड़ा धोखा- नेतन्याहू
विपक्ष के एकजुट होने पर नेतन्याहू ने सवाल उठाया है। उन्होंने कहा, यह गठबंधन सदी का सबसे बड़ा धोखा है। नेतन्याहू ने कहा, देश में एक भी ऐसा शख्स नहीं है जो बेनेट को वोट देगा। उन्होंने कहा, वामपंथी दल सत्ता में आए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस सरकार के बनने पर इजराइल कमजोर हो जाएगा।