अमेरिकी एक्सपर्ट का दावा- कोरोना की उत्पत्ति का पता लगाएं, नहीं तो Covid 26 और 32 के लिए तैयार रहें

Published : May 31, 2021, 12:22 PM ISTUpdated : May 31, 2021, 12:34 PM IST
अमेरिकी एक्सपर्ट का दावा- कोरोना की उत्पत्ति का पता लगाएं, नहीं तो Covid 26 और 32 के लिए तैयार रहें

सार

क्या पूरी दुनिया में कोरोना फैलाने के पीछे चीन का हाथ हैं, इसे लेकर दुनियाभर में चर्चा एक बार फिर तेज हो गई। अमेरिका राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा कोरोना उत्पत्ति की जांच का पता लगाने के आदेश के बाद अब अमेरिकी एक्सपर्ट ने बड़ी चेतावनी दी है। अमेरिका के दो एक्सपर्ट ने कहा है कि या तो कोरोना 19 की उत्पत्ति का पता लगाएं, या फिर कोविड-26 और कोविड-32 के लिए तैयार रहें। 

वॉशिंगटन. क्या पूरी दुनिया में कोरोना फैलाने के पीछे चीन का हाथ हैं, इसे लेकर दुनियाभर में चर्चा एक बार फिर तेज हो गई। अमेरिका राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा कोरोना उत्पत्ति की जांच का पता लगाने के आदेश के बाद अब अमेरिकी एक्सपर्ट ने बड़ी चेतावनी दी है। अमेरिका के दो एक्सपर्ट ने कहा है कि या तो कोरोना 19 की उत्पत्ति का पता लगाएं, या फिर कोविड-26 और कोविड-32 के लिए तैयार रहें। 

अमेरिका की डोनाल्ड ट्रम्प सरकार में फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन के कमिश्नर रहे स्कॉट गॉटलीब और टेक्सास के चिल्ड्रेंस हॉस्पिटल सेंटर फॉर वैक्सीन डेवलपमेंट के को-डायरेक्टर पीटर होट्स ने यह चेतावनी दी है। गॉटलीब फाइजर के बोर्ड में शामिल हैं। 

चीन दुनिया की मदद करे
एक्सपर्ट्स ने कहा, कोरोना के ऑरिजिन का पता लगाने और भविष्य में महामारियों का खतरा रोकने में चीन को दुनिया की मदद करनी चाहिए। उन्होंने कहा, चीन की वुहान लैब से कोरोना वायरस के लीक होने की थ्योरी को पुख्ता करने वाली जानकारी में भी इजाफा हुआ है। इसके साथ ही चीन ने इस थ्योरी को गलत साबित करने के सबूत भी नहीं दिए हैं। वहीं, होट्स ने कहा, दुनिया को इस बात का अहसास नहीं है कि जिस तरह कोरोना फैला है, उससे भविष्य में भी महामारियां फैलने का खतरा बढ़ गया है।
 
माइक पोम्पियो उठा चुके सवाल
अमेरिका में ट्रम्प की सरकार में चीन पर कोरोना फैलने के आरोप लगते रहे हैं। खुद ट्रम्प ने इसे चीनी वायरस तक कहा था। जबकि अमेरिका के पूर्व विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने चीन की मिलिट्री से जुड़ी गतिविधियों में भी वुहान लैब के शामिल होने का दावा किया है। वहीं, ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने दावा किया था कि चीन पिछले 6 साल से सार्स वायरस की मदद से जैविक हथियार बनाने की कोशिश कर रहा था। रिपोर्ट में कहा गया है, चीनी वैज्ञानिक 2015 में ही कोरोना के अलग-अलग स्ट्रेन पर चर्चा कर रहे थे। चीनी वैज्ञानिक ने कहा था कि तीसरे विश्वयुद्ध में इसे जैविक हथियार की तरह इस्तेमाल किया जाएगा। 

कोरोना: चीन और WHO की रिपोर्ट में अनसुलझे रह गए सवाल
WHO की टीम ने इस साल जनवरी और फरवरी में वुहान में अपनी एक टीम भेजी थी। टीम ने अपनी रिपोर्ट में कहा था, कोरोना वायरस शायद चमगादड़ से मनुष्यों में आया होगा। हालांकि, लैब से बाहर आने वाली थ्योरी की आशंका नहीं है। चीन और WHO ने 29 मार्च को कोरोना को लेकर संयुक्त रिपोर्ट जारी की, लेकिन इसमें इन सवालों के जवाब नहीं मिले। 

सवाल- वुहान के वेट मार्केट की महामारी में क्या भूमिका रही?
- रिपोर्ट में स्पष्ट निष्कर्ष नहीं।

सवाल- दिसंबर 2019 में पहला मामला सामने आने से पहले वुहान में महामारी कितनी फैली थी।
- पहला केस सामने आने से पहले वुहान में संक्रमण की खास जानकारी नहीं दी गई।

सवाल- वह जानवर कौन सा है, जो इंसानों में प्रसार की वजह बना?
- इस बारे में कोई निष्कर्ष नहीं निकाला जा सकता है। 

सवाल- क्या लैब से वायरस लीक होने की संभावना है?
- नहीं, ऐसा नहीं हो सकता। 

सवाल- फ्रोजन मीट की क्या भूमिका है?
- इस पर व्यापक अध्ययन की जरूरत है। 

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