इजरायल और फिलिस्तीन के बीच फिर से जंग शुरू हो गई है। हमास ने इजरायल पर 5000 रॉकेट दागे। इसके साथ ही बड़ी संख्या में हमास के लड़ाकों ने घुसपैठ की है। इसके जवाब में इजरायल गाजा पट्टी में बमबारी कर रहा है।
तेल अवीव। गाजा पट्टी में एक बार फिर खून की नदियां बहने लगी हैं। इस छोटे से इलाके में 23 लाख लोग रहते हैं। यहां फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास का कब्जा है। हमास ने इजरायल पर 5000 रॉकेट दागकर और जमीनी घुसपैठ कर हमला किया है। इसके जवाब में इजरायल की वायुसेना गाजा पट्टी में हवाई हमला कर रही है।
गाजा पट्टी से 2005 में इजरायल की वापसी के बाद से यहां कई बार खूनी संघर्ष हुए हैं, जिसमें बड़ी संख्या में लोग मारे गए हैं। भीड़भाड़ वाले इस तटीय क्षेत्र ने कई बार इजराइल और फिलिस्तीनी समूहों के बीच संघर्ष देखें है। आगे पढ़ें 2005 के बाद की टाइमलाइन...
अगस्त 2005-इजरायल और मध्य पूर्व के देशों के बीच जंग हुई थी। इसमें इजरायल को जीत मिली थी। इजरायल ने गाजा पट्टी पर कब्जा कर लिया था। 38 साल बाद 2005 में इजरायली सेनाएं गाजा से एकतरफा रूप से हट गईं। इलाके को फिलिस्तीनी प्राधिकरण के नियंत्रण में छोड़ दिया।
25 जनवरी, 2006- फिलिस्तीनी चुनाव में इस्लामवादी समूह हमास ने अधिकांश सीटें जीतीं। हमास ने हिंसा छोड़ने और इजराइल को मान्यता देने से इनकार कर दिया था। इसके चलते इजरायल और अमेरिका ने फिलिस्तीनियों को सहायता बंद कर दी।
25 जून, 2006 - हमास के आतंकवादियों ने गाजा से सीमा पार हमला किया और इजरायली सेना के सिपाही गिलाद शालित को पकड़ लिया। इसके बाद इजरायल ने हवाई और जमीनी हमले किए। पांच साल से अधिक समय के बाद आखिरकार शालित को कैदी की अदला-बदली में रिहा कर दिया गया।
14 जून, 2007- हमास ने एक संक्षिप्त गृह युद्ध में गाजा पर कब्जा कर लिया। उसने वेस्ट बैंक में स्थित फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास के प्रति वफादार फतह बलों को बाहर कर दिया।
27 दिसंबर, 2008- हमास के आतंकियों ने दक्षिणी इजरायली शहर सेडरोट पर रॉकेट दागे। इसके बाद इजरायल ने गाजा में सैन्य कार्रवाई की जो 22 दिनों तक चली। युद्धविराम पर सहमति बनने से पहले लगभग 1,400 फिलिस्तीनियों और 13 इजराइलियों के मारे जाने की खबर आई।
14 नवंबर, 2012- फिलिस्तीनी उग्रवादियों ने रॉकेट हमले किए। इसके जवाब में इजरायल ने हवाई हमले किए। इसके साथ ही हमास के सैन्य प्रमुख अहमद जाबरी को मार डाला।
जुलाई-अगस्त 2014 - हमास ने तीन इजरायली युवकों को अगवा किया और उनकी हत्या कर दी। इसके बाद इजरायली सैनिकों ने गाजा पट्टी में कार्रवाई की। सात सप्ताह तक चली लड़ाई में गाजा में 2,100 से अधिक फिलिस्तीनियों और 73 इजरायलियों के मारे जाने की खबर सामने आई। 73 इजरायलियों में 67 सैनिक थे।
मार्च 2018- इजराइल के साथ गाजा की बाड़ वाली सीमा पर फिलिस्तीनी विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ। प्रदर्शनकारियों को पीछे रखने के लिए इजरायली सैनिकों ने गोलीबारी की। कई महीनों के विरोध प्रदर्शन में 170 से अधिक फिलिस्तीनियों की मौत हुई।
मई 2021- इस्लाम के तीसरे सबसे पवित्र स्थल यरूशलेम में अल अक्सा परिसर में इजरायली सुरक्षा बलों के साथ झड़प में सैकड़ों फिलिस्तीनी घायल हो गए थे। हमास ने गाजा से इजराइल पर रॉकेटों की बौछार की थी। इजराइल ने जवाबी कार्रवाई करते हुए गाजा पर हवाई हमला किया। लड़ाई 11 दिनों तक चलती है, जिसमें गाजा में कम से कम 250 लोग और इजराइल में 13 लोग मारे गए थे।
अगस्त 2022- इजरायली ने एक सीनियर इस्लामिक जिहाद कमांडर पर हवाई हमला किया था। इसके बाद तीन दिनों तक हिंसा हुई। इसमें 15 बच्चों सहित कम से कम 44 लोग मारे गए। हमास ने इजराइल की ओर 1,000 से अधिक रॉकेट दागे थे।
जनवरी 2023 - इजरायली सैनिकों ने एक शरणार्थी शिविर पर हमला किया था। इसमें सात फिलिस्तीनी बंदूकधारियों और दो नागरिकों की मौत हुई थी। इसके बाद गाजा से इजरायल की ओर दो रॉकेट दागे गए। इजराइल ने गाजा पर हवाई हमले कर जवाब दिया।