इजरायल और फिलीस्तीन के बीच वर्षों से चली आ रही लड़ाई सोमवार देर रात फिर एक छोटे युद्ध में बदल गई। शुरुआत हमास के हमले से हुई। हमास ने गाजा पट्टी से इजरायल के यरुशलम पर एक के बाद एक 7 रॉकेट दागे। इसके बाद जवाबी कार्रवाई करते हुए इजरायल ने सिर्फ 10 मिनट में गाजा पट्टी के कई इलाके बर्बाद कर दिए। इस एयर स्ट्राइक में 20 लोगों के मारे जाने की खबर है। वहीं, 170 से अधिक लोग घायल हुए हैं। इजरायल हमास को आंतकी संगठन घोषित कर चुका है।
यरुशलम, इजरायल. इजरायल और फिलीस्तीन के बीच लंबे समय से चली आ रही लड़ाई सोमवार देर रात फिर छोटे-से युद्ध में बदल गई। शुरुआत हमास के हमले से हुई। हमास ने गाजा पट्टी से इजरायल के यरुशलम पर एक के बाद एक 7 रॉकेट दागे। इसके बाद जवाबी कार्रवाई करते हुए इजरायल ने सिर्फ 10 मिनट में गाजा पट्टी के कई इलाके बर्बाद कर दिए। इस एयर स्ट्राइक में 20 लोगों के मारे जाने की खबर है। वहीं, 170 से अधिक लोग घायल हुए हैं। इजरायल हमास को आंतकी संगठन घोषित कर चुका है। हमास के हमले में इजरायल का एक सैनिक मामूली घायल हो गया। बाकी रॉकेट को इजरायल के डिफेंस सिस्टम ने आबादी वाले इलाके तक नहीं पहुंचने दिया।
अक्सा मस्जिद से इजरायली सैनिकों पर बरसाए गए थे पत्थर
इस खूनी संघर्ष की वजह अक्सा मस्जिद से इजरायली सैनिकों पर पत्थरबाजी है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के मुताबिक अक्सा मस्जिद से कुछ फिलीस्तीनियों ने रविवार को पत्थर बरसाए थे। बताते हैं कि इस संघर्ष में 300 लोग घायल हुए थे। यह मामला यही नहीं रुका। सोमवार देर रात फिलीस्तीन के गुट हमास ने यरुशलम पर रॉकेट दाग दिए। इजरायल ने इस हमले के करीब घंटेभर बाद गाजा पट्टी पर एयर स्ट्राइक कर दी। इजरायल ने गाजा पट्टी के जिस इलाके पर रॉकेट दागे, वो हमास का गढ़ माना जाता है।
1967 से चला आ रहा संघर्ष
दरअसल, यरुशलम स्थित शेख जर्राह को लेकर यह विवाद चला आ रहा है। इस इलाके को यहूदी और मुस्लिम दोनों ही अपना पवित्र स्थल मानते हैं और अपना-अपना दावा करते हैं। 1967 के अरब-इजराइल युद्ध में जीत के बाद इजराइल हर साल यरूशलम डे मनाता है। सोमवार को इजरायल इसी जीत का जश्न मना रहा था। इसी जगह मौजूद अल अक्सा मस्जिद के बाहर फिलीस्तिनयों ने इजरायल के सैनिकों पर पत्थर फेंके थे। यह मस्जिद पुराने यरुशलम में हैं। इसी कुछ दूरी पर यहूदियों का टेम्पल माउंट भी है। इजरायल यरुशलम को में डेवलपमेंट कर रहा है, फिलीस्तीन इससे चिढ़ा हुआ है। वो दुनियाभर के देशों से इजरायल को रोकने की मांग उठा रहा है। फिलीस्तीन दावा करता है यह क्षेत्र उसका है।