
Israel Iran War: इजरायल और ईरान के बीच चल रही जंग गुरुवार को 7वें दिन जारी है। अब तक इजरायल ने ईरान के परमाणु और सैन्य ठिकानों पर जमकर बमबारी की है। इजरायल की कोशिश है कि ईरान के परमाणु संयंत्रों को पूरी तरह तबाह कर दिया जाए। इस काम में उसे अमेरिकी मदद की जरूरत है। यही वजह है कि इजरायल लगातार अमेरिका को इस जंग में कूदने के लिए मना रहा है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान पर हमला करने की धमकी दी है। ईरान ने अपने परमाणु सुविधाओं को जमीन के नीचे बेहद सुरक्षित तरीके से बनाया है। ये बंकर बेहद मजबूत हैं। इजरायल को इन्हें तबाह करने के लिए अमेरिका के 30 हजार पाउंड के "बंकर बस्टर" बम की जरूरत है। जानकारों के अनुसार अमेरिकी "बंकर बस्टर" बम एकमात्र हथियार है जो फोर्डो ईंधन संवर्धन संयंत्र (Fordow Fuel Enrichment Plant) को नष्ट करने में सक्षम है। इसे ईरान के परमाणु कार्यक्रम के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। इसे पहाड़ के नीचे बनाया गया है। यह जमीन के नीचे गहराई तक फैला हुआ है।
अमेरिकी वायुसेना के अनुसार GBU-57A/B MOP को बेहद सुरक्षित बंकरों को तबाह करने के लिए डिजाइन किया गया है। अभी तक इसका लड़ाई में इस्तेमाल नहीं हुआ है। CNN की रिपोर्ट के अनुसार सेंटर फॉर स्ट्रेटेजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज मिसाइल डिफेंस प्रोजेक्ट के फेलो मासाओ डाहलग्रेन ने कहा कि यह हथियार 30,000 पाउंड (13,600 kg) का बम है। इसमें 6,000 पाउंड (2700 kg) उच्च विस्फोटक है।
CNN की रिपोर्ट के अनुसार सिर्फ अमेरिका के पास ईरान के न्यूक्लियर साइट पर बमबारी करने की क्षमता है। फोरडो परमाणु स्थल इतनी गहराई में है कि पारंपरिक बंकर बस्टर बम से नुकसान पहुंचाना बहुत मुश्किल है। इस तरह के काम के लिए अमेरिका के पास GBU-57 मैसिव ऑर्डनेंस पेनेट्रेटर (MOP) बम है। MOP को बेहद ठोस स्टील मिश्र धातु से बनाया गया है। इसके चलते यह कंक्रीट और चट्टान को भेद देता है।
GBU-57 MOP को सिर्फ अमेरिका के B-2 स्पिरिट स्टील्थ बॉम्बर (B-2 Spirit Stealth Bomber) से गिराया जा सकता है। यह इतना भारी है कि लड़ाकू विमान से ले जाना कठिन है। एक B-2 एक बार में ऐसे दो बम ले जाता है। B-2 के पास बेहद सक्षम स्टील्थ फीचर हैं। इसके चलते इससे एयर डिफेंस सिस्टम से सुरक्षित इलाके में भी हमला किया जा सकता है।
GBU-57 को ऐसे स्थानों पर हमला करने के लिए डिजाइन किया गया है, जहां बहुत अंदर तक जाकर धमाका करने की जरूरत हो, जैसे कि मजबूत और गहराई में दबे बंकर, सुरंगें और सुविधाएं। GBU-57 को B-2 से गिराया जाता है। यह जमीन में 200 फीट गहराई तक जा सकता है।
ईरान का सबसे गहरा परमाणु स्थल फोर्डो जमीन से 80-90 मीटर (260-295 फीट नीचे होने का अनुमान है। यहां तक पहुंचने के लिए एक ही जगह पर कई GBU-57 गिराने की जरूरत होगी।
GBU-57 में 2700 kg विस्फोटक पेलोड होता है। बम के जमीन में गहराई तक घुसने के बाद इसमें धमाका होता है। इससे मजबूत बंकर भी तबाह हो जाते हैं। GBU-57 की बाहरी सतह बहुत मोटी और कठोर है। यह जमीन में धंसने के समय पड़ने वाले झटके को झेल लेती है। इससे बम उस गहराई तक प्रवेश कर पाता है।
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