Jeffrey Epstein Files: क्या है वो फाइल, जिसमें एलन मस्क का नाम आने से मचा हड़कंप

Published : Sep 27, 2025, 06:52 AM IST
Jeffrey Epstein Files Elon Musk

सार

Epstein Files: जेफ्री एप्सटीन केस से जुड़ी नई फाइल्स में एलन मस्क, स्टीव बैनन, पीटर थील और प्रिंस एंड्रयू जैसे बड़े नाम सामने आए हैं। इन फाइलों में 2014 में मस्क की संभावित आइलैंड विजिट, 2017 में थील से लंच और 2019 में बैनन से ब्रेकफास्ट का जिक्र है।

Epstein Files Latest Update: अमेरिका में जेफ्री एप्सटीन (Jeffrey Epstein) केस से जुड़े नए दस्तावेजों ने फिर से हड़कंप मचा दिया है। इस बार टेक अरबपति एलन मस्क (Elon Musk), ब्रिटिश शाही परिवार के प्रिंस एंड्रयू (Prince Andrew), ट्रंप सहयोगी स्टीव बैनन (Steve Bannon) और टेक निवेशक पीटर थील (Peter Thiel) जैसे बड़े नाम इन फाइलों में मिले हैं। ये खुलासे शुक्रवार को सामने आए जब डेमोक्रेट सांसदों ने हाउस ओवरसाइट कमेटी को दिए गए दस्तावेजों का एक हिस्सा पब्लिक किया। यह वही कमेटी है जो यह जांच कर रही है कि आखिर एप्सटीन के खिलाफ चल रहे सेक्स ट्रैफिकिंग केस को किस तरह से संभाला गया।

एप्सटीन फाइल में क्या-क्या मिला?

एलन मस्क: कैलेंडर में 6 दिसंबर 2014 को एप्सटीन के प्राइवेट आइलैंड लिटिल सेंट जेम्स की यात्रा की संभावना दर्ज है। यह वही समय था जब एप्सटीन पहले से ही सेक्स ऑफेंडर के तौर पर रजिस्टर्ड हो चुका था।

स्टीव बैनन: फरवरी 2019 में बैनन और एप्सटीन के बीच एक ब्रेकफास्ट मीटिंग का ज़िक्र है।

पीटर थील: नवंबर 2017 के शेड्यूल में थील और एप्सटीन की लंच मीटिंग दिखाई गई है।

प्रिंस एंड्रयू: साल 2000 के फ़्लाइट मैनिफेस्ट में प्रिंस एंड्रयू का नाम दर्ज है। इसके अलावा वित्तीय रिकॉर्ड में मसाज, एक्सरसाइज, योगा के नाम पर एंड्रयू को पेमेंट का ब्योरा भी सामने आया है।

एप्सटीन फाइल पर क्यों बढ़ा विवाद?

ये दस्तावेज इस बात की पुष्टि करते हैं कि एप्सटीन ने अपनी कुख्यात छवि के बाद भी बड़े राजनीतिक और कारोबारी चेहरों से मुलाकातें जारी रखीं। डेमोक्रेट्स का कहना है कि ये फाइलें दिखाती हैं कि एप्सटीन और ताकतवर लोगों के बीच संबंध कितने गहरे थे। रिपब्लिकन सांसदों ने डेमोक्रेट्स पर आरोप लगाया है कि उन्होंने जानबूझकर सिर्फ सेलेक्टेड फाइलें जारी कीं ताकि राजनीतिक फायदे लिए जा सकें।

एलन मस्क का रिएक्शन और विवाद

दिलचस्प बात यह है कि एलन मस्क खुद कई बार सार्वजनिक रूप से एप्सटीन फाइलों को लेकर सवाल उठा चुके हैं। जुलाई 2025 में मस्क ने कहा था, 'लोग ट्रंप पर कैसे भरोसा कर सकते हैं जब वह एप्सटीन फाइल्स जारी नहीं कर रहे?' इससे पहले उन्होंने ट्रंप की टैक्स और खर्च नीतियों पर भी निशाना साधा था और दावा किया था कि ट्रंप का नाम भी इन फाइलों में है।

एप्सटीन केस क्या है?

जेफ्री एप्सटीन एक अरबपति फाइनेंसर था, जिस पर नाबालिग लड़कियों की सेक्स ट्रैफिकिंग का आरोप साबित हुआ। 2019 में फेडरल कस्टडी में रहते हुए उसने खुदकुशी कर ली। उसकी करीबी सहयोगी गिसलिन मैक्सवेल (Ghislaine Maxwell) वर्तमान में इसी केस में 20 साल की सजe काट रही हैं।

क्यों अहम हैं एप्सटीन केस की फाइलें?

यह केस सिर्फ अपराध नहीं बल्कि ग्लोबल पावर नेटवर्क पर सवाल उठाता है। हर नए बैच के साथ साफ होता जा रहा है कि एप्सटीन का असर अमेरिकी राजनीति, ब्रिटिश शाही परिवार और टेक इंडस्ट्री तक फैला हुआ था। ये फाइलें उन पीड़ितों के लिए भी अहम हैं जो सालों से इंसाफ की उम्मीद कर रहे हैं। इसमें आगे के खुलासे भी अहम रहेंगे। कमेटी ने कहा है कि अभी जांच जारी है और आने वाले हफ्तों में और भी दस्तावेज सामने आ सकते हैं।

इसे भी पढ़ें- India Pakistan Ceasefire: शहबाज ने ट्रंप को नोबेल के लिए नॉमिनेट किया, बताया ‘शांति पुरुष’

इसे भी पढ़ें- UN General Assembly: खाली कुर्सियों ने किया भाषण देने आए बेंजामिन नेतन्याहू का स्वागत

PREV

अंतरराष्ट्रीय राजनीति, ग्लोबल इकोनॉमी, सुरक्षा मुद्दों, टेक प्रगति और विश्व घटनाओं की गहराई से कवरेज पढ़ें। वैश्विक संबंधों, अंतरराष्ट्रीय बाजार और बड़ी अंतरराष्ट्रीय बैठकों की ताज़ा रिपोर्ट्स के लिए World News in Hindi सेक्शन देखें — दुनिया की हर बड़ी खबर, सबसे पहले और सही तरीके से, सिर्फ Asianet News Hindi पर।

Read more Articles on

Recommended Stories

PM Modi Jordan Visit: आखिर क्यों ऐतिहासिक मानी जा रही है PM मोदी की ये जॉर्डन यात्रा?
गुजरात कपल 3 साल की बेटी संग लीबिया में किडनैप-डिमांड चौंकाने वाली-जिम्मेदार कौन?