बाइडेन-हैरिस के शपथ ग्रहण समारोह में कैपिटल हिल के बाहर बनेगी भारतीय रंगोली, जानिए क्या है इसकी खासियत

अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के स्वागत में तमिलनाडु की परंपरागत रंगोली को जगह मिली है। यह रंगोली शपथ ग्रहण से संबंधित ऑनलाइन समारोह का मुख्य आकर्षण होगी। इसे कैपिटल हिल के बाहर बनाने की अनुमति मिली है।

Asianet News Hindi | Published : Jan 17, 2021 8:26 AM IST

वाशिंगटन. अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस 20 जनवरी को शपथ लेंगे। दोनों के स्वागत में तमिलनाडु की परंपरागत रंगोली को जगह मिली है। यह रंगोली शपथ ग्रहण से संबंधित ऑनलाइन समारोह का मुख्य आकर्षण होगी। इसे कैपिटल हिल के बाहर बनाने की अनुमति मिली है। बता दें कि तमिलनाडु की परंपरागत रंगोली को 'कोलम' कहा जाता है। कहा जाता है कि इसे घर के बाहर सजाने से शुभ होता है। हैरिस की मां मूलरूप से तमिलनाडु की रहने वाली थीं।

ऑनलाइन डिजाइन मांगी गई थीं..

रंगोली की डिजाइन के लिए ऑनलाइन प्रतियोगिता रखी गई थी।  ‘इनॉगरेशन कोलम 2021’ आयोजन दल की मेंबर सौम्या सोमनाथ ने कहा कि इसमें अमेरिका और भारत से करीब 1800 लोगों ने रंगोली की डिजाइन भेजी थी। इसमें से एक रंगोली की डिजाइन फाइनल की गई। पहले यह रंगोली व्हाइट हाउस के बाहर बननी थी। लेकिन बाद में इसे कैपिटल हिल के बाहर बनाने की अनुमति मिली। हालांकि यह एक वीडियो के जरिये ही दिखाई जाएगी। इसकी वजह सुरक्षा व्यवस्थाओं के मद्देनजर रियल बनाने की अनुमति नहीं दी गई है। 

(फाइल फोटो)

जानिए क्या है कोलम
केरल और तमिलनाडु में रंगोली को कोलम कहा जाता है। चावल के सूखे आटे को अंगूठे व तर्जनी के बीच रखकर एक निश्चित आकार में गिराया जाता है। इससे कोलम बनता है। जब इस रंगोली में फूलों की डिजाइन बनाई जाती है, तो उसे पुकोलम कहते हैं। ओणम के दौरान विशेष रूप से कोलम बनाया जाता है।
 

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