Kamala Harris future plan: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दूसरी बार जीत हासिल कर ली है। वर्तमान उप राष्ट्रपति कमला हैरिस को हराकर उन्होंने जीत हासिल की है। इस हार के बाद अब कमला हैरिस का राजनीतिक भविष्य अनिश्चित है। हैरिस को अगले 72 दिनों में उपराष्ट्रपति पद छोड़ना होगा। ऐसे में सवाल उठने लगा है कि कमला हैरिस अब करेंगी क्या? उनका अगला प्लान क्या है? हालांकि, उनके नेक्स्ट प्लान को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं, स्वयं उन्होंने भी यह साफ नहीं किया है कि वह क्या करेंगी।
कमला हैरिस को डेमोक्रेट्स ने उस समय राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया जब सर्वे में वर्तमान राष्ट्रपति जो बिडेन, अपने प्रतिद्वंद्वी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से लगातार पिछड़ते जा रहे थे। प्रेसिडेंशियल डिबेट में दोनों का जब आमना-सामना हुआ तो ट्रंप बाजी मार ले गए। इस बढ़त ने डेमोक्रेट्स को सोचने को मजबूर कर दिया। इसके बाद आनन फानन में बिडेन ने चुनाव न लड़ने का ऐलान किया और अपने सहयोगी कमला हैरिस को प्रत्याशी बनाया। हालांकि, कमला हैरिस अब चुनाव हारने के बाद 2028 की तैयारी भी कर सकती हैं। पूर्व के भी कई उदाहरण रहे हैं। 2004 के उम्मीदवार जॉन केरी जॉर्ज बुश से हार गए थे लेकिन वह पूरी तरह से राजनीति से गायब नहीं हुए। उन्होंने बराक ओबामा के दूसरे कार्यकाल में विदेश मंत्री के रूप में कार्य किया।
कमला हैरिस ने अभी तक राजनीति में वापसी के संकेत नहीं दिए हैं लेकिन वह सीनेट में वापसी कर सकती हैं। जॉन केरी की तरह वह भी यह विकल्प चुन सकती हैं। लेकिन जानकारों के अनुसार, हैरिस के लिए राजनीति में वापसी का विकल्प आसान नहीं है। लंबे समय से डेमोक्रेट डोनर रहे मार्क ब्यूल ने हैरिस की हार के बाद उनके गृह राज्य में कई लोगों के विचारों को साझा करते हुए कहा कि हर कोई तबाह हो गया है। सैन फ्रांसिस्को में रहने वाले रिपब्लिकन कमेंटेटर रिची ग्रीनबर्ग ने कहा कि हैरिस को उस तरह का धन उगाहने का समर्थन हासिल करने में संघर्ष करना पड़ सकता है, जैसा उन्हें पहले मिला था।
कमला हैरिस, डेमोक्रेटिक पार्टी में पद भी संभाल सकती हैं। एक प्रवक्ता के रूप में वह बेहतर कर सकती हैं क्योंकि उनकी पहचान और कनेक्शन काफी व्यापक है। हालांकि, रिची ग्रीनबर्ग को लगता है कि सैन फ्रांसिस्को में अपने बल पर वित्तीय समर्थन को फिर से जगाने में उन्हें चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा।
पूर्व के डेमोक्रेटिक कैंडिडेट्स हिलेरी क्लिंटन और अल गोरे की तरह कमला हैरिस भी अपनी हार के बाद करियर का दूसरा विकल्प चुन सकती हैं। राष्ट्रपति चुनाव हारने के बाद हिलेरी क्लिंटन ने लेखन को चुना। हिलेरी ने 2016 में ट्रम्प से हारने के बाद 'व्हाट हैपन्ड' नामक एक किताब लिखी थी। वहीं, अल गोरे ने एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म 'एन इनकन्वीनिएंट ट्रुथ' बनाया।
यह भी पढ़ें:
प्रेसिडेंट इलेक्ट डोनाल्ड ट्रंप की सरकार में कौन-कौन होगा शामिल, देखें लिस्ट