पाकिस्तान के कराची में शुक्रवार को हुए विमान हादसे में 97 लोगों की मौत हो गई थी। इस विमान हादसे की शुरुआती जांच रिपोर्ट में प्लेन ऑपरेशन को लेकर सवाल उठाए गए हैं। जांच रिपोर्ट में दावा किया गया है कि विमान ने कराची एयरपोर्ट पर उतरने के लिए कोशिश की थी, लेकिन जब वह सफल नहीं हो पाया तो दोबारा उड़ने लगा।
कराची. पाकिस्तान के कराची में शुक्रवार को हुए विमान हादसे में 97 लोगों की मौत हो गई थी। इस विमान हादसे की शुरुआती जांच रिपोर्ट में प्लेन ऑपरेशन को लेकर सवाल उठाए गए हैं। जांच रिपोर्ट में दावा किया गया है कि विमान ने कराची एयरपोर्ट पर उतरने के लिए कोशिश की थी, लेकिन जब वह सफल नहीं हो पाया तो दोबारा उड़ने लगा। लेकिन इतनी दिक्कत आने के बाद भी विमान पायलट ने एटीसी को कोई जानकारी नहीं दी।
पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस हादसे की जांच में जुट गई है। जांच रिपोर्ट में यह सवाल उठाया गया है कि तकनीकी खराबी के बाद भी ऐसी कौन सी वजह थी कि पायलट और क्रू मेंबर्स ने एटीसी को जानकारी नहीं दी।
कराची में विमान रिहायशी इलाके में गिरा था
तीन बार उतरने की कोशिश की
विमान ने लाहौर से उड़ान भरी थी। कराची एयरपोर्ट पर विमान ने लैंडिंग की कोशिश की। इस दौरान तीन बार विमान ने रनवे को छुआ। रनवे पर रगड़ के साथ चिंगारी भी उठी थी। लेकिन इस दौरान एटीसी को कोई जानकारी नहीं दी गई। जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि इस तरह की तकनीकी खराबी के वक्त आटोमैटेड इमरजेंसी सिस्टम बंद हो जाते हैं। तेज अलार्म भी बजता है। ऐसे में इसे अनदेखा कैसे किया गया।
ऊंचाई तक नहीं पहुंच पाया प्लेन
द न्यूज इंटरनेशनल ने सीएए के हवाले से बताया, जब विमान ने रगड़ खाई तो इंजन में खराबी आई होगी। या फ्यूल पंप खराब हो गए होंगे। इनमें लीकेज हुई होगी। इसके चलते विमान को ऊपर तक ले जाने के लिए जरूरी थ्रस्ट नहीं मिला। लेकिन इतनी खराबी आने के बाद भी एटीसी को कोई जानकारी नहीं दी गई। पहले पायलट ने गोल चक्कर लगाने का फैसला किया। इसके बाद एटीसी को जानकारी दी गई।
जब एटीसी ने पायलट को विमान को 3000 फीट की ऊंचाई पर ले जाने की कोशिश की, लेकिन इसे सिर्फ 1800 फीट की ऊंचाई तक ही ले जाया पाया। इसके बाद एटीसी ने कहा, विमान को ऊपर करो तो पायलट ने कहा, हम कोशिश कर रहे हैं। इसके बाद प्लेन झुक गया और हादसाग्रस्त हो गया।