दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका (America) में 3 नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव (presidential elections) होने हैं। हर बार की तरह इस बार भी मंगलवार को ही चुनाव हो रहे हैं। अमेरिका में मंगलवार को चुनाव होने के पीछे धार्मिक और सामाजिक कारण दोनों हैं।
वॉशिंगटन. दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका (America) में 3 नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव (presidential elections) होने हैं। हर बार की तरह इस बार भी मंगलवार को ही चुनाव हो रहे हैं। अमेरिका में मंगलवार को चुनाव होने के पीछे धार्मिक और सामाजिक कारण दोनों हैं। खासबात ये है कि 19वीं शताब्दी से अमेरिका में नवंबर के पहले सोमवार के बाद आने वाले मंगलवार को चुनाव होते हैं।
क्यों होते हैं नवंबर में चुनाव?
1845 से अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव सोमवार के बाद आने वाले मंगलवार को होता है। यूएस कॉग्रेस ने इसे लेकर एक नियम बनाया था। दरअसल, नवंबर में इसलिए चुनाव कराने का फैसला किया गया ताकि किसानों की खेती प्रभावित ना हो। अमेरिका में नवंबर तक फसल उगाने का काम पूरा हो जाता है। साथ ही ज्यादा सर्दी भी नहीं होती। वहीं, गर्मियों की शुरुआत या वसंत ऋतु में चुनाव होने से किसानों पर प्रभाव पड़ सकता था।
मंगलवार ही क्यों?
1800 के दशक में अमेरिका की बड़ी आबादी कृषि से जुड़ी थी। किसान आमतौर पर सोमवार से शनिवार तक अपने खेतों पर काम करते थे। किसानों को लंबी दूरी तय कर मतदान केंद्रों तक पहुंचना होता था। ऐसे में शनिवार को काम करने के बाद रविवार को चलकर वोट देने के लिए केंद्र तक पहुंचना संभव नहीं था। इसके बाद बुधवार को मंडियों में अनाज बेचा जाता था। इसके बाद उन्हें लौटना होता था। वहीं, वीकेंड पर चुनाव रखने से भागीदारी पर फर्क पड़ सकता था। ऐसे में चुनाव के लिए मंगलवार ही बचा था।
ये है धार्मिक वजह?
मंगलवार को चुनाव कराने के पीछे धार्मिक वजह भी मानी जाती है। दरअसल, अमेरिका में बड़ी संख्या में लोग ईसाई धर्म से जुड़े थे। यहां ज्यादातर लोग संडे को चर्च जाते थे। ऐसे में वीकेंड पर चुनाव रखने पर वोट परसेंट पर भी फर्क पड़ सकता था।