इधर, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो भी यूक्रेन पहुंचे। उन्होंने तबाह हो चुके शहर इरपिन का दौरा किया। यूक्रेन के मीडिया संस्थान और इरपिन के मेयर ओलेक्जेंद्र मार्कुशिन ने यह जानकारी दी। कहा जा रहा है कि यूक्रेन के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए पश्चिमी देशों के नेता यहां पहुंच रहे हैं।
वर्ल्ड डेस्क : रूस (Russia) से चल रहे जंग के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) की पत्नी जिल बाइडेन (Jill Biden) रविवार को अचानक यूक्रेन पहुंच गईं। उनके इस दौरे के बाद विश्वभर में तरह-तरह की चर्चाएं होने लगीं। अपने दौरे पर जिल यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की (Volodymyr Zelenskyy) की पत्नी ओलेना जेलेंस्की (Olena Zelenskyy) से मुलाकात की। दोनों की यह मुलाकात स्लोवाकिया बॉर्डर के पास एक स्थित एक गांव के स्कूल में हुईं। अमेरिका की फर्स्ट की प्रेस सेक्रेट्री मिशैल लारोज ने इस मुलाकात से जुड़ी 23 सेकेंड का एक वीडियो जारी किया है। मिशैल लारोज ने वीडियो के नीचे कैप्शन में लिखा है कि जब फर्स्ट लेडी जिल बाइडन और ओलेना जेलेंस्की की आज दोपहर यूक्रेन के उज्होरोड़ में मुलाकात हुई।
जहां मुलाकात, वहां प्रवासियों का आवास
रूस के साथ चल रहे युद्ध के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की पत्नी का यूक्रेन दौरा काफी अहम माना जा रहा है। हालांकि, जो बाइडेन ने अभी तक यूक्रेन की यात्रा करने से अभी तक दूरी बना रखी है। बताया जा रहा है कि जिस स्कूल में दोनों देशों की राष्ट्रपति की पत्नियों की मुलाकात हुई है, उसे यूक्रेनी प्रवासियों के लिए अस्थायी आवास में बदला गया है। इस स्कूल पर गईं जिल बाइडेन ने एक मदर्स डे कोर्सेज पहना हुआ था। जो कि उन्हें गिफ्ट में मिला था। मुलाकात के वक्त दोनों देशों की प्रथम महिलाओं ने एक-दूसरे से गले मिली और ओलेना ने जिल का जोरदार स्वागत किया।
व्हाइट हाउस ने बताया अघोषित दौरा
जिल बाइडेन की यूक्रेन यात्रा को व्हाइट हाउस ने अघोषित दौरा बताया है। हालांकि मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जिल की इस यात्रा को काफी गुप्त रखा गया। उन्होंने ओलेना को बताया कि वे मदर्स डे पर यूक्रेन आना चाहती थी। मैंने सोचा कि यूक्रेनी लोगों को यह दिखाना महत्वपूर्ण था कि इस युद्ध को रोकना है, यह युद्ध विनाशकारी रहा है और अमेरिका के लोग यूक्रेन के लोगों के साथ खड़े हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति करना चाहते थे दौरा
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन खुद भी यूक्रेन आना चाहते थे लेकिन सुरक्षा एजेंसियों ने सलाह दी थी कि वे यूक्रेन न जाए। अमेरिकी एजेंसियों ने राष्ट्रपति से कहा था कि उनके यूक्रेन जाने से वहां के हालात और भी ज्यादा बिगड़ सकते हैं। यही कारण था कि जो बाइडेन यूक्रेन से सटे नाटो सदस्य देश पोलैंड पहुंचे थे। पोलैंड ही वह देश है जिसके बॉर्डर पर यूक्रेन में युद्ध के बाद से लाखों की संख्या में शरणार्थी ठहरे हुए हैं।
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