सबसे बड़े मुस्लिम देश ने क्यों दिया इजराइल का साथ? कहा- अब्राहम के 2 वंशजों को मिलकर रहना होगा

Published : Sep 24, 2025, 01:38 PM ISTUpdated : Sep 24, 2025, 03:48 PM IST
Indonesia support to Israel

सार

फिलिस्तीन को देश के तौर पर मान्यता देनेवालों में UN के 193 देशों में से 150 का समर्थन है। इनमें संयुक्त राष्ट्र के 5 स्थायी सदस्यों में से अमेरिका को छोड़ बाकी 4 भी हैं। लेकिन इसी बीच सबसे बड़े मुस्लिम मुल्क इंडोनेशिया ने इजराइल का साथ दिया है।  

Indonesia Support Israel in UNSC: हमास-इजराइल विवाद के बीच करीब 150 देश फिलिस्तीन को एक देश के रूप में मान्यता दे चुके हैं। हालांकि, इसी बीच दुनिया के सबसे बड़े मुस्लिम देश इंडोनेशिया ने संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में इजराइल की तारीफ की है। दुनियाभर के राष्ट्राध्यक्षों के सामने इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबिआंतो ने इजरायल के खिलाफ जा रहे 50 से ज्यादा मुस्लिम देशों को आईना दिखाया है। सुबिआंतो ने कहा, हमें इजरायल की सुरक्षा की गारंटी लेने के साथ ही उसका भी सम्मान करना होगा, तभी विश्व के लिए शांति का रास्ता तय होगा।

अब्राहम के दो वंशजों को मिलकर रहना होगा

इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुबिआंतो ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में जोर देते हुए कहा, हमें सभी के लिए बराबरी से खड़ा होना पड़ेगा, फिर चाहे वो गरीब हो या अमीर। अगर संयुक्त राष्ट्र महासभा चाहे तो हम मिडिल-ईस्ट में शांति के लिए अपने 20,000 सैनिकों को गाजा, यूक्रेन, सूड़ान और लीबिया में तैनात करने को तैयार हैं। उन्होंने कहा, अब्राहम के दो वंशजों को शांति और सद्भाव के साथ मिल-जुलकर रहना होगा।

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इजरायल के वजूद को नकारा नहीं जा सकता

इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुबिआंतो ने इजरायल का समर्थन करते हुए कहा, "हम इजराइल के वजूद को नकार नहीं सकते हैं। उसकी सुरक्षा की गारंटी भी लेनी होगी। उन्होंने कहा- इजरायल जैसे ही फिलिस्तीन को एक देश के रूप में मान्यता देगा, इंडोनेशिया तत्काल प्रभाव से इजराइल को स्टेट के तौर पर मान्यता दे देगा।

फिलिस्तीन को UNSC के 5 में से 4 स्थायी देशों का समर्थन मिला

बता दें कि फिलिस्तीन को संयुक्त राष्ट्र के 193 मेंबर्स में से करीब 75% देश मान्यता दे चुके हैं। UN में इसे ‘परमानेंट ऑब्जर्वर स्टेट’ का दर्जा हासिल है। इसके मायने ये हैं कि फिलिस्तीन को संयुक्त राष्ट्र के कार्यक्रमों में शामिल होने की परमिशन तो है लेकिन वोटिंग का हक नहीं है। हालांकि, फ्रांस से मान्यता मिलने के बाद फिलिस्तीन को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के 5 में 4 स्थाई देशों का समर्थन हासिल हो चुका है। इनमें फ्रांस के अलावा चीन, रूस और यूनाइटेड किंगडम शामिल हैं। सिर्फ अमेरिका ने समर्थन नहीं दिया है।

इजरायल के खिलाफ एकजुट हुए मुस्लिम देश

वहीं, UNSC की बैठक में दुनियाभर के 50 से ज्यादा इस्लामिक देशों ने इजराइल पर कड़ा रुख अपनाया है। तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगान ने कहा, गाजा में अब भी नरसंहार जारी है। यहां तक कि जब हम लोग यूएन में मिल रहे हैं, तब भी। हम सभी को मानवता के लिए फिलिस्तीनियों के साथ खड़े होना जरूरी है।

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