
यरुशलम. इजरायल और फिलीस्तीन के बीच कई सालों से चली आ रही लड़ाई युद्ध का रूप लेती जा रही है। घटना की शुरुआत सोमवार को यरुशलम स्थित अल-अक्सा मस्जिद से बाहर से फिलिस्तिनियों द्वारा इजरायलियों पर फेंके गए पत्थरों के बाद शुरू हुई। संघर्ष के दूसरे दिन हमास ने इजरायल पर 300 रॉकेट दाग दिए। इस हमले में एक भारतीय महिला सौम्या संतोष की मौत हो गई। वो पिछले साल से इजरायल में रह रही थी। इजरायल के विदेश मंत्रालय ने इसकी पुष्टि की। भारत में इजरायल के राजदूत डॉ. रॉन मलका ने भी ट्वीट करके इसकी जानकारी दी। सौम्या इजरायल में केयरटेकर थी। वो एक 80 वर्षीय महिला की देखभाल करती थी। हमले में बुजुर्ग महिला घायल हो गई। जिस समय हमला हुआ, सौम्या वीडियो कॉल पर अपने पति से बात कर रही थी। बताया जा रहा है दो दिनों के इस संघर्ष में अब तक 38 लोग मारे जा चुके हैं।
7 साल बाद फिर से हिंसक झड़पें
दोनों देशों के बीच 2014 में भी इसी तरह की हिंसक झड़प हुई थी। हमास के हमले का जवाब देते हुए इजरायल ने गाजा पट्टी पर एक 13 मंजिला इमारत को निशाना बनाया। बिल्डिंग में हमास की पॉलिटिकल विंग का आफिस है। इस हमले के बाद हमास ने कहा कि उसने मंगलवार शाम से उसने 24 घंटे के अंदर 300 रॉकेट दागे। इस हमले से इजरायल को कितना नुकसान हुआ है, इस बारे में कुछ भी नहीं कहा।
हमले का वीडियो आया सामने...
हमले का एक वीडियो इजरायली डिफेंस फोर्स ने सोशल मीडिया पर शेयर किया है। दोनों देशों के संघर्ष के बाद दुनिया को युद्ध की आशंका सताने लगी है। माना जा रहा है कि इजरायल इस हमले के बाद हमास पर कोई बड़ी कार्रवाई कर सकता है। उसने गाजा बार्डर पर अपने 5000 से अधिक सैनिकों को तैनात कर दिया है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हमास अपनी सीमाओं को पार कर चुका है। अब उसे मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।
सोमवार देर रात भी हमास ने किया था हमला...
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के मुताबिक अक्सा मस्जिद से कुछ फिलीस्तीनियों ने रविवार को पत्थर बरसाए थे। बताते हैं कि इस संघर्ष में 300 लोग घायल हुए थे। यह मामला यही नहीं रुका। सोमवार देर रात फिलीस्तीन के गुट हमास ने यरुशलम पर रॉकेट दाग दिए। इजरायल ने इस हमले के करीब घंटेभर बाद गाजा पट्टी पर एयर स्ट्राइक कर दी। इजरायल ने गाजा पट्टी के जिस इलाके पर रॉकेट दागे, वो हमास का गढ़ माना जाता है।
1967 से चला आ रहा संघर्ष
दरअसल, यरुशलम स्थित शेख जर्राह को लेकर यह विवाद चला आ रहा है। इस इलाके को यहूदी और मुस्लिम दोनों ही अपना पवित्र स्थल मानते हैं और अपना-अपना दावा करते हैं। 1967 के अरब-इजराइल युद्ध में जीत के बाद इजराइल हर साल यरूशलम डे मनाता है। सोमवार को इजरायल इसी जीत का जश्न मना रहा था। इसी जगह मौजूद अल अक्सा मस्जिद के बाहर फिलीस्तिनयों ने इजरायल के सैनिकों पर पत्थर फेंके थे। यह मस्जिद पुराने यरुशलम में हैं। इसी कुछ दूरी पर यहूदियों का टेम्पल माउंट भी है। इजरायल यरुशलम को में डेवलपमेंट कर रहा है, फिलीस्तीन इससे चिढ़ा हुआ है। वो दुनियाभर के देशों से इजरायल को रोकने की मांग उठा रहा है। फिलीस्तीन दावा करता है यह क्षेत्र उसका है।
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