
लंदन. कोरोना महामारी एक बार फिर से अपने चरम पर पहुंच सकती है। दुनिया के तमाम देश इससे निपटने की तैयारी कर रहे हैं। इस बीच खबर आई है कि लंदन के कई हॉस्पिटल में एनएचएस कर्मचारियों की कमी होने की वजह से वहां पर सेना के जवान भेजे गए हैं। एनएचएस कर्मचारियों में से कई संक्रमित हैं। इसलिए उन्हें घर पर ही रहने की सलाह दी गई है। ऐसे में वार्डों में कर्मचारियों की कमी होने लगी। दर्जनों मेडिक्स को कम से कम एक हफ्ते के लिए ओमीक्रोन की वजह से अलग-थलग कर दिया गया है।
डेल्टा की तुलना में ओमीक्रोन के कम मरीज हॉस्पिटल में भर्ती
ओमीक्रोन देश भर में फैल गया है। रिकॉर्ड संख्या में लोग संक्रमित हुए हैं। हॉस्पिटल में भर्ती होने के जोखिम को बताने वाली एक रिपोर्ट के मुताबिक ओमीक्रोन संक्रमित मरीजों की संख्या डेल्टा की तुलना में 50 से 70 प्रतिशत कम हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा है कि कोविड बूस्टर वैक्सीन ओमीक्रोन से बचने में मदद कर रहे हैं।
स्वास्थ्य सचिव साजिद जाविद ने हॉस्पिटल में सेना की मौजूदगी की तारीफ की। उन्होंने कहा, एक बार फिर वे एनएचएस कार्यकर्ताओं की मदद के लिए जवान आगे आए हैं। वे राजधानी में चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं। लगभग 2000 सैनिक देश भर में हॉस्पिटल में भेजे गए हैं। इसमें 40 सैन्य मेडिक्स और 160 सामान्य ड्यूटी कर्मी शामिल हैं। रक्षा सचिव बेन वालेस ने कहा, हमारे सैनिकों ने इस महामारी के दौरान बार-बार अपना महत्व साबित किया है। एम्बुलेंस चलाना, वैक्सीन लगाना या हॉस्पिटल में रोगियों का समर्थन करना। सब जगहों पर उन्होंने काम किया है। डॉक्टर क्लेयर स्टीव्स ने कहा, हम देख सकते हैं कि नए साल के जश्न के बावजूद पिछले एक हफ्ते में संक्रमित केस कम हो रहे हैं और अब हॉस्पिटल में भर्ती होने की दर कम हो रही है। यूके के दैनिक कोविड मामले भी लगातार दूसरे दिन गिरे क्योंकि 179756 नए संक्रमण दर्ज किए गए। जो पिछले दिनों की तुलना में कम हैं।
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