मालदीव ने भारत से सेना हटाने के लिए दी 15 मार्च तक की डेडलाइन, शी जिनपिंग से मिलने के बाद एक्स्ट्रा एक्टिव हुए मुइज्जू

Published : Jan 14, 2024, 05:36 PM ISTUpdated : Jan 14, 2024, 05:46 PM IST
Maldives President Mohamed Muizzu

सार

मुइज्जू पांच दिनी चीन यात्रा पर थे। अपनी राजकीय यात्रा पर शी जिनपिंग से मुलाकात के बाद उन्होंने भारत को डेडलाइन दी है। 

Maldives deadline to India for withdrawing Forces: मालदीव और भारत के बीच बढ़ी तल्खी के बीच अब राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने भारत को सेना हटाने की डेडलाइन दी है। मोहम्मद मुइज्जू ने भारतीय सेना को 15 मार्च तक देश छोड़ने को कहा है। इसके पहले नवनिर्वाचित राष्ट्रपति मुइज्जू ने शपथ लेने के बाद भारतीय प्रतिनिधि किरेन रिजिजू को जल्द से जल्द सेना हटाने का अनुरोध किया था लेकिन अब सैन्यकर्मियों को हटाने की समय सीमा तय कर दी है। दरअसल, मुइज्जू पांच दिनी चीन यात्रा पर थे। अपनी राजकीय यात्रा पर शी जिनपिंग से मुलाकात के बाद उन्होंने भारत को डेडलाइन दी है।

मालदीव में 88 भारतीय सैनिक तैनात

मालदीव के राष्ट्रपति कार्यालय में सार्वजनिक नीति सचिव अब्दुल्ला नाज़िम इब्राहिम ने कहा कि भारतीय सैन्यकर्मी मालदीव में नहीं रह सकते। यह राष्ट्रपति डॉ.मोहम्मद मुइज्जू और उनके प्रशासन की पॉलिसी है। एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक, मालदीव में करीब 88 भारतीय सैनिक मौजूद हैं।

मुइज्जू ने चुनाव कैंपेन में बनाया था मुद्दा

राष्ट्रपति चुनाव में मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने प्रचार के दौरान लोगों को भारतीय सेना को वापस भेजने का मुद्दा उछाला था। उन्होंने कैंपेन में साफ कहा था कि वह चुने जाते हैं तो भारतीय सेना देश में नहीं रहेगी। मालदीव के वर्तमान राष्ट्रपति अपने "इंडिया आउट" अभियान के साथ सत्ता में आए और उन्हें चीन का करीबी माना जाता है।राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद उन्होंने इसका ऐलान भी कर दिया। साथ ही भारतीय प्रतिनिधि के रूप में शपथ ग्रहण में शामिल हुए केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू को राष्ट्रपति मुइज्जू ने भारतीय सेना हटाने का अनुरोध किया था। हालांकि, यह करीब दो महीना पहले की बात है। लेकिन अब लक्ष्यद्वीप विवाद और मुइज्जू की चीन यात्रा के बाद भारतीय सेना हटाने की कवायद मालदीव ने तेज करते हुए एक डेडलाइन फिक्स कर दी है। भारत और मालदीव ने सैनिकों को वहां से वापसी पर बातचीत के लिए एक हाईलेवल कोर ग्रुप बनाया है।

यह भी पढ़ें:

पूर्व केंद्रीय मंत्री मिलिंद देवड़ा ने एकनाथ शिंदे की शिवसेना को किया ज्वाइन

PREV

अंतरराष्ट्रीय राजनीति, ग्लोबल इकोनॉमी, सुरक्षा मुद्दों, टेक प्रगति और विश्व घटनाओं की गहराई से कवरेज पढ़ें। वैश्विक संबंधों, अंतरराष्ट्रीय बाजार और बड़ी अंतरराष्ट्रीय बैठकों की ताज़ा रिपोर्ट्स के लिए World News in Hindi सेक्शन देखें — दुनिया की हर बड़ी खबर, सबसे पहले और सही तरीके से, सिर्फ Asianet News Hindi पर।

Recommended Stories

पाकिस्तानी संसद में गधे के घुसने का वीडियो वायरल, जानें क्या है इसका सच
भिखारी पाकिस्तान की एयरलाइंस को क्यों खरीदना चहती है Asim Munir की सेना?