कोरोना संक्रमण रोकने के लिए चीन की सरकार ने सख्त लॉकडाउन लगाया है। इसके खिलाफ उग्र विरोध प्रदर्शन हुए हैं। इसे देखते हुए सरकार ने कई शहरों में पाबंदियों में छूट देने का फैसला किया है।
बीजिंग। चीन में कोरोना का कहर थमने की जगह बढ़ता जा रहा है। राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कोरोना कंट्रोल के लिए जीरो कोविड पॉलिसी (zero-COVID policy) अपनाई है। इसके तहत कोरोना संक्रमण का पता लगते ही सख्त लॉकडाउन लगाया जाता है। कोरोना महामारी और तानाशाही वाली सरकारी व्यवस्था के चलते चीन के लोग परेशान हैं।
लोगों ने लॉकडाउन के खिलाफ कई शहरों में विरोध प्रदर्शन किया है। विरोध प्रदर्शन के चलते जिनपिंग सरकार झुकी है। कई शहरों में कोरोना पाबंदियों में छूट दी गई है। सरकार ने झिंजियांग क्षेत्र की राजधानी उरुमकी सहित कई शहरों में प्रतिबंधों में ढील देने की घोषणा की है। उरुमकी में लॉकडाउन के खिलाफ उग्र विरोध प्रदर्शन हुआ था। यहां मॉल, बाजार, रेस्तरां और अन्य स्थानों को फिर से खोल दिया गया है।
आग लगने से हुई थी 10 लोगों की मौत
उरुमकी में पिछले महीने आग लगने से 10 लोगों की मौत हो गई थी। जिस अपार्टमेंट में आग लगी थी उसमें कोरोना संक्रमित रह रहे थे। सख्त पाबंदी के चलते इमारत से निकलने के रास्ते को बंद कर दिया गया था। आग लगने के बाद मौके पर पहुंचे फायर फाइटर्स को आग बुझाने में काफी देर हुई थी। फायर फाइटर्स ने पहले रास्ता साफ किया। इसके बाद आग बुझाने गए, जिससे देर हुई और लोगों की जलकर मौत हो गई। इस घटना के खिलाफ चीन के 20 से अधिक शहरों में COVID प्रतिबंधों के खिलाफ दर्जनों विरोध प्रदर्शन हुए।
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2012 में राष्ट्रपति शी जिनपिंग के सत्ता में आने के बाद से पिछले दिनों चीन में सबसे बड़ा विरोध प्रदर्शन हुआ था। इसके बाद कई शहरों ने लॉकडाउन, कोरोना टेस्ट की जरूरत और क्वारैंटाइन नियमों में ढील देने की घोषणा की। कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों की देखरेख करने वाले वाइस प्रीमियर सन चुनलान ने कहा कि पिछले हफ्ते कोरोना वायरस की बीमारी पैदा करने की क्षमता कमजोर हो रही थी।
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