
वर्ल्ड डेस्क। माइक्रोसॉप्ट सर्वर ठप होने के कारण पूरी दुनिया की रफ्तार थम सी गई थी। प्लाइट से लेकर रेल संचालन तक दुनिया भर में बाधित हो गया था। माइक्रोसॉफ्ट ने शनिवार को ब्लॉग के जरिए जानकारी दी है कि साइबर सिक्योरिटी फर्म क्राउडस्ट्राइक के सॉफ्टवेयर अपडेट से संबंधित तकनीकी खराबी के कारण 8.5 बिलियन माइक्रोसॉफ्ट डिवाइसों या सभी विंडोज मशानों पर असर पड़ा था।
माइक्रोसॉफ्ट ने कहा है कि टेक्निकल एक्सपर्ट्स ने सबसे प्रभावी दृष्टिकोण पर सहयोग करने के लिए अमेजॉन वेब सर्विसेज और गूगल क्लाउड प्लेफॉर्म दोनों के साथ काम किया था। यह भी कहा है कि क्राउडस्ट्राइक ने एक ऐसा स्केलेबल सॉल्यूशन डेवलप करने में मदद की जिसके जरिए माइक्रोसॉफ्ट के एज्योर इंफ्रास्ट्रक्चर को भी तेजी से ठीक करने में आसानी होगी।
पढ़ें 'ब्लू स्क्रीन ऑफ़ डेथ' से क्यों ठप हुई दुनिया? क्राउडस्ट्राइक ने किया खुलासा
दुनिया भर में हवाई यात्रा और बैंक कार्य प्रभावित
दुनिया भर में हवाई यात्रियों को देरी, उड़ान रद्द होने और चेकिंग में लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा था। हवाई अड्डे और एयरलाइंस आईटी आउटेज में फंसने के कारण बैंकों से लेकर मीडिया इंडस्ट्रीज तक के कई उद्योग प्रभावित हुए थे। इस कारण आम लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा था।
क्राउडस्ट्राइक से कंपनी को बड़ा नुकसान
माइक्रोसॉप्ट सर्वर ठप होने के कारण कंपनी को काफी नुकसान भी उठाना पड़ा है। माइक्रोसॉफ्ट की माने तो क्राउडस्ट्राइक का मार्केट कैप माइक्रोसॉफ्ट आउटेज से पहले आसमान की ऊंचाइयां छू रहा था। इसके मार्केट कैप 83 अरब डॉलर के पार पहुंच गया था। हालांकि माइक्रोसॉफ्ट सर्वर ठप होने के बाद उसके शेयर में काफी तेजी से गिरावट दर्ज की गई है। इसका मार्केट कैप 8.8 डॉलर कम पर आकर गिरा। इस कारण कंपनी को काफी नुकसान हुआ है। अनुमान लगाया जा रहा है कि कंपनी को करीब 73 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
अंतरराष्ट्रीय राजनीति, ग्लोबल इकोनॉमी, सुरक्षा मुद्दों, टेक प्रगति और विश्व घटनाओं की गहराई से कवरेज पढ़ें। वैश्विक संबंधों, अंतरराष्ट्रीय बाजार और बड़ी अंतरराष्ट्रीय बैठकों की ताज़ा रिपोर्ट्स के लिए World News in Hindi सेक्शन देखें — दुनिया की हर बड़ी खबर, सबसे पहले और सही तरीके से, सिर्फ Asianet News Hindi पर।