काहिरा। मिश्र की राजधानी काहिरा में गुरुवार को बांग्लादेश में चल रही अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के बीच मुलाकात हुई।
इस दौरान यूनुस ने कहा कि वे पाकिस्तान के साथ "संबंधों को मजबूत करने पर सहमत हो गए हैं।" यूनुस के इस कदम से भारत के साथ बांग्लादेश के ठंडे संबंधों की और परीक्षा होने की संभावना है।
1971 से पहले तक पाकिस्तान और बांग्लादेश एक देश थे। 1971 की लड़ाई के बाद बांग्लादेश नया राष्ट्र बनकर सामने आया। भारत की मदद से बांग्लादेश अस्तित्व में आया। इसके बाद लगातार भारत से उसके करीबी संबंध रहे हैं। भारत और पाकिस्तान की दुश्मनी नई नहीं है। बांग्लादेश में उग्र विरोध प्रदर्शन के बाद पूर्व पीएम शेख हसीना को सत्ता छोड़नी पड़ी। इसके बाद से भारत और बांग्लादेश के संबंधों में तनाव बढ़ गया है।
मिस्र में एक सम्मेलन के दौरान यूनुस की मुलाकात शहबाज शरीफ से हुई। यूनुस ने कहा कि वह 1971 में ढाका के इस्लामाबाद से खूनी अलगाव से जुड़ी लंबित शिकायतों को सुलझाना चाहते हैं। यूनुस ने शरीफ से कहा, "ये मुद्दे बार-बार सामने आते रहे हैं। आइए हम इन्हें सुलझा लें ताकि आगे बढ़ सकें।"
शरीफ ने कहा कि यूनुस के साथ उनकी "गर्मजोशीपूर्ण और सौहार्दपूर्ण बातचीत" हुई। उन्होंने कहा, "हमने साथ मिलकर द्विपक्षीय और बहुपक्षीय सहयोग को गहरा करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की है।"
यूनुस के ऑफिस से जारी बयान के अनुसार, दोनों नेताओं ने "व्यापार, खेल और सांस्कृतिक प्रतिनिधिमंडलों के आदान-प्रदान के माध्यम से आपसी संबंधों को मजबूत करने पर सहमति व्यक्त की है।"
मोहम्मद यूनुस और शहबाज शरीफ आठ मुस्लिम बहुल देशों के संगठन डी-8 के काहिरा शिखर सम्मेलन में भाग ले रहे थे। यूनुस ने कहा कि वह 8 देशों के दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (SAARC) को पुनर्जीवित करने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं। यह संगठन भारत और पाकिस्तान के बीच विवाद के कारण काफी हद तक ठप हो गया है। यूनुस ने शरीफ से कहा, "यह सर्वोच्च प्राथमिकता है। मैं SAARC नेताओं का एक शिखर सम्मेलन चाहता हूं। भले ही यह केवल एक फोटो सत्र के लिए ही क्यों न हो। इससे एक मजबूत संदेश जाएगा।"
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