
यूके एक नया टूल लेकर आया है जो यह पता लगाएगा कि गंभीर अपराध करने की संभावना वाले कौन हैं और जानकारी मुहैया कराएगा। इसे 'मर्डर प्रेडिक्शन' नाम दिया गया है। रिपोर्टों में कहा गया है कि अधिकारियों के पास मौजूद लोगों के डेटा का उपयोग उन लोगों की पहचान करने के लिए किया जाएगा जो हत्यारे बनने की संभावना रखते हैं।
लॉ मिनस्ट्री का कहना है कि इससे जनता की सुरक्षा बढ़ेगी। एक से अधिक लोगों से डेटा एकत्र किया जाएगा और उसका विश्लेषण किया जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि वे विश्लेषण करेंगे कि गंभीर अपराध कैसे होते हैं और कौन उनमें शामिल हो सकता है।
हालांकि, इसकी कड़ी आलोचना हो रही है। सबसे बड़ी आलोचना यह है कि इससे लोगों की निजता का उल्लंघन होगा। यूके के मानवाधिकार संगठन स्टेटवॉच ने इसकी कड़ी आलोचना की है। उनका आरोप है कि इसमें उन लोगों की जानकारी भी एकत्र की जाएगी जिन्होंने कभी कोई अपराध नहीं किया है। इसके अलावा, यह आलोचना भी हो रही है कि नस्लवादी सत्ता केंद्र इस प्रणाली का उपयोग अश्वेतों और समाज के निचले तबके के लोगों को अपराधी के रूप में दिखाने के लिए करेंगे।
इसी तरह, ऐसे लोग जिन्होंने किसी तरह से खुद को घायल किया है, घरेलू हिंसा के शिकार लोग भी गंभीर हत्या जैसे अपराध करने की संभावना वाले लोगों की सूची में शामिल हो सकते हैं, और यह चिंताजनक है, इसकी आलोचना हो रही है।
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