घाना के राष्ट्रपति को फूलदान, उनकी पत्नी को चांदी का पर्स, जानें पीएम मोदी ने किसे दिया कौन सा गिफ्ट

Published : Jul 03, 2025, 06:15 PM ISTUpdated : Jul 03, 2025, 06:18 PM IST
Narendra Modi gifts

सार

पीएम मोदी ने घाना के राष्ट्रपति, उनकी पत्नी, उपराष्ट्रपति और स्पीकर को खास भारतीय कलाकृतियां भेंट कीं। जानिए इन अनोखे तोहफों की खासियत।

Narendra Modi Ghana Visit: पांच देशों की यात्रा पर निकले भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सबसे पहले घाना पहुंचे। उन्होंने घाना के राष्ट्रपति, उनकी पत्नी, उपराष्ट्रपति और स्पीकर को खास तोहफे दिए।

घाना के राष्ट्रपति को दिया फूलदान

प्रधानमंत्री ने घाना के राष्ट्रपति को बिदरी कलाकृति से सजाए गए फूलदान दिए। इनका निर्माण कर्नाटक के बीदर के कारीगर करते हैं। यह भारत की प्रसिद्ध धातु शिल्प को प्रदर्शित करती है और अपनी आकर्षक काली फिनिश और बारीक चांदी की जड़ाई के लिए जानी जाती है।

इस कलाकृति को सदियों पुरानी तकनीक का इस्तेमाल कर कुशल कारीगरों द्वारा हाथ से बनाया जाता है। ये फूलदान जस्ता-तांबे के मिश्र धातु से बने हैं। इनपर सुंदरता और समृद्धि के प्रतीक पुष्प आकृतियां उकेरी गई हैं।

घाना के राष्ट्रपति की पत्नी को पीएम ने दिया चांदी का पर्स

पीएम ने घाना के राष्ट्रपति की पत्नी को चांदी का पर्स दिया। इसे सिल्वर फिलिग्री वर्क से सजाया गया है। ओडिशा के कटक का यह सुंदर सिल्वर फिलिग्री वर्क पर्स प्रसिद्ध तारकाशी शिल्प का अद्भुत उदाहरण है। इसमें 500 वर्षों से अधिक समय से की जा रही जटिल सिल्वर फिलिग्री है।

पर्स को कुशल कारीगरों द्वारा हाथ से तैयार किया जाता है। इसमें महीन चांदी के तारों से फूल और बेल की आकृति बनाई जाती है। पारंपरिक रूप से गहनों में इस्तेमाल की जाने वाली कटक की फिलिग्री अब पर्स जैसे आधुनिक सामानों की शोभा बढ़ा रही है। यह विरासत को समकालीन शैली के साथ मिलाती है।

घाना के उप राष्ट्रपति को मिला कश्मीरी पश्मीना शॉल

पीएम मोदी ने घाना के उप राष्ट्रपति को कश्मीरी पश्मीना शॉल गिफ्ट किया। पश्मीना शॉल कश्मीर में पाई जाने वाली चंगथांगी बकरी के अंडरकोट से तैयार की जाती है। यह अपनी असाधारण कोमलता, गर्माहट और हल्केपन के लिए प्रसिद्ध है। इसे कश्मीरी कारीगर हाथ से तैयार करते हैं।

घाना के स्पीकर को मिली लघु हाथी अंबावारी

पीएम ने घाना के स्पीकर को लघु हाथी अंबावारी तोहफे में दी। इसे पश्चिम बंगाल के कारीगर हाथ से तैयार करते हैं। यह शाही परंपरा और भारत की समृद्ध कलात्मक विरासत का प्रतीक है। इसे पॉलिश किए गए सिंथेटिक हाथीदांत से बनाया जाता है। यह प्राकृतिक हाथीदांत का एक नैतिक और टिकाऊ विकल्प है।

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