
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के जाने माने विश्लेषक शहजाद चौधरी ने अपने हालिया लेख में कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व राजनीति में भारत को अहम स्थान दिलाया है। आज रूस और अमेरिका दोनों भारत के सहयोगी हैं। उनसे पहले ऐसा किसी नेता ने नहीं किया था।
शहजाद चौधरी ने कहा, "भले नरेंद्र मोदी पाकिस्तान में एक तिरस्कृत नाम हो सकते हैं, लेकिन उन्होंने भारत की ब्रांडिंग के लिए कुछ ऐसा किया है जो उनसे पहले कोई भी नहीं कर सका। अमेरिका और रूस दुनिया के दो बड़े सुपरपावर हैं। दोनों एक दूसरे के खिलाफ हैं, लेकिन वे भारत को अपना सहयोगी बताते हैं। यह कूटनीतिक तख्तापलट नहीं तो और क्या है?"
अमेरिका और रूस दोनों भारत को बताते हैं सहयोगी
'द एक्सप्रेस ट्रिब्यून' में छपे लेख में चौधरी ने लिखा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत आगे बढ़ा है। अगर दो विरोधी वर्ल्ड सुपरपावर अमेरिका और रूस भारत को अपना सहयोगी होने का दावा करते हैं तो यह भारत के लिए एक तरह का कूटनीतिक तख्तापलट है। आज विश्व में भारत की वह स्थिति है कि उसे कोई नाराज नहीं करना चाहता। रूस ने यूक्रेन पर हमला किया तो अमेरिका और उसके सहयोगी देशों ने उसपर कड़े प्रतिबंध लगा दिए। भारत एकमात्र देश है जो अमेरिकी प्रतिबंधों के बाद भी रूस से स्वतंत्र रूप से व्यापार कर रहा है।
उन्होंने कहा कि दुनिया में भारत का असर बढ़ रहा है। भारत आज दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। भारत के पास तीसरी सबसे बड़ी सेना है। भारत अपनी क्षमता बढ़ा रहा है। सऊदी अरब (जिसे पाकिस्तान अपना ब्रदर मुल्क कहता है) भारत में 72 बिलियन डॉलर से अधिक का निवेश कर रहा है, जबकि पाकिस्तान उससे 7 बिलियन डॉलर का निवेश करने के लिए "भीख" मांग रहा है।
600 अरब डॉलर तक पहुंच गया भारत का विदेशी मुद्रा भंडार
चौधरी ने लिखा कि मनमोहन सिंह की अगुआई वाली यूपीए सरकार के समय भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 252 अरब डॉलर था। प्रधानमंत्री मोदी के शासन काल में यह 600 अरब डॉलर तक पहुंच गया। भारत का सकल घरेलू उत्पाद तीन ट्रिलियन डॉलर से अधिक का है। भारत निवेशकों के लिए पसंदीदा स्थान बन गया है।
यह भी पढ़ें- सिकंदराबाद-विशाखापत्तनम वंदे भारत एक्सप्रेस को PM ने दिखाई हरी झंडी, कहा- श्रेष्ठ भारत का प्रतीक है यह ट्रेन
उन्होंने बताया है कि भारत और पाकिस्तान के बीच की खाई को अब पाटा नहीं जा सकता। भारत उन बेड़ियों से "मुक्त" हो गया है, जिसने इसे पाकिस्तान के साथ वैश्विक धारणा में जोड़ा और दक्षिण एशिया में बांध रखा था। चौधरी ने कश्मीर पर भारत द्वारा पाकिस्तान को राजनीतिक रूप से मात दिए जाने की घटना को याद किया। भारत ने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अपने संविधान के अनुच्छेद 370 को खारिज कर दिया था। उन्होंने लिखा कि भारत के पक्ष में डेमोग्राफिक परिवर्तन बेरोकटोक जारी है।
यह भी पढ़ें- Army Day: तस्वीरों में देखें सेना के जवानों के कैसे दिखाया शौर्य, आर्मी चीफ ने चीन को लेकर दिया बड़ा बयान
विश्लेषक ने कहा कि मोदी ने भारत को उस स्थान पर ला दिया है जहां से भारत ने अपने प्रभाव का व्यापक जाल फैलाना शुरू कर दिया है। दूसरी ओर पाकिस्तान की हालत खराब होती जा रही है। पाकिस्तान को अपने आर्थिक विकास के लिए भारत के साथ अपनी नीति पर फिर से विचार करना होगा। उसे भारत और चीन दोनों के साथ मिलकर चलना होगा। यदि ऐसा नहीं किया गया तो पाकिस्तान अंत में "इतिहास के फुटनोट" में सिमट कर रह जाएगा।
अंतरराष्ट्रीय राजनीति, ग्लोबल इकोनॉमी, सुरक्षा मुद्दों, टेक प्रगति और विश्व घटनाओं की गहराई से कवरेज पढ़ें। वैश्विक संबंधों, अंतरराष्ट्रीय बाजार और बड़ी अंतरराष्ट्रीय बैठकों की ताज़ा रिपोर्ट्स के लिए World News in Hindi सेक्शन देखें — दुनिया की हर बड़ी खबर, सबसे पहले और सही तरीके से, सिर्फ Asianet News Hindi पर।