हंगरी में आम चुनावों के परिणाम सामने आ चुके हैं। संयुक्त विपक्ष भी पीएम विक्टर ओर्बन को चौथी बार सत्ता में आने से नहीं रोक सका। ओर्बन की पार्टी ने दो तिहाई बहुमत के साथ सत्ता बरकरार रखी है।
बुडापेस्ट। हंगरी में आम चुनावों के अधिकारिक परिणाम रविवार को आ गए। यहां के पीएम विक्टर ओर्बन (PM Viktor Orban) के नेतृत्व वाली फ़ाइड्ज़ पार्टी (Fidesz Party) ने बड़े अंतर से चुनाव जीत लिए हैं। विक्टर ओर्बन की यह लगातार चौथी जीत है। पड़ोसी देश यूक्रेन में अशांति के दौरान यहां संपन्न हुए चुनाव में ओर्बन ने भारी अंतर से चुनाव जीतकर रिकार्ड बनाया है।
पीएम ओर्बन का नाम लेकर पागल थी भीड़
चुनावों में चौथी जीत के बाद पीएम विक्टर ओर्बन ने लोगों को संबोधित किया। भारी संख्या में उपस्थित भीड़ उनके नाम को चिल्लाकर पागल हो रही थी, अधिकतर ने फ़िदेज़ पार्टी के अधिकारिक नारंगी रंग को पहन रखा था। उत्साहित लोगों को संबोधित करते हुए ओर्बन ने कहा कि "हमने एक बड़ी जीत हासिल की है। यह जीत इतनी बड़ी है कि आप इसे चाँद से, निश्चित रूप से ब्रसेल्स से देख सकते हैं"।
विभिन्न मुद्दों को लेकर लगातार यूरोपीय संघ से टकराव
ओर्बन प्रशासन अपने फैसलों को लेकर लगातार यूरोपीय संघ के साथ टकराव का सामना करता रहा है। हंगीरी में प्रेस फ्रीडम पर लगाम, न्यायपालिका के न्यूट्रलाइजेशन, और एलजीबीटीक्यू समुदाय को लक्षित करने वाले उपाय भी शामिल हैं।
12 साल के कार्यकाल में अनुदार फैसलों के बाद भी जनता का भरोसा
58 वर्षीय ओर्बन, यूरोपीय संघ में सरकार के सबसे लंबे समय तक शासन करने वाले प्रमुख रहे हैं। उनको इस बार छह विपक्षी दलों द्वारा संयुक्त चुनौती दी गई थी। ये दल ओर्बन के अनुदार क्रांति को वापस लेने की मांग कर रहे थे जिसे ओर्बन की फ़ाइड्ज़ पार्टी ने लगातार 12 वर्षों के दौरान कार्यालय में अपनाई थी।
लेकिन ओर्बन ने एकतरफा जीत हासिल कर ली
हंगरी में राष्ट्रीय चुनाव कार्यालय के परिणामों के अनुसार 94 प्रतिशत मतों की गिनती हुई जिसमें अकेले फ़िदेज़ पार्टी को 53 प्रतिशत वोट मिले हैं। जबकि संयुक्त विपक्ष को महज 35 प्रतिशत के साथ संतोष करना पड़ा है। इस परिणाम का अर्थ है कि पार्टी संसद में अपना दो-तिहाई बहुमत बनाए रखेगी।
विपक्ष ने मानी हार...
49 वर्षीय पीटर मार्की-जे, जो विपक्ष का नेतृत्व कर रहे हैं, ने परिणाम आने के बाद समर्थकों को संबोधित किया और अपनी हार मान ली। उन्होंने कहा कि "मैं अपनी उदासी और अपनी निराशा को नहीं छिपाऊंगा, उन्होंने नफरत और झूठ का अभियान चलाकर परिणाम अपने पक्ष में कर लिए। मार्की-जे ने कहा कि विपक्ष ने सब कुछ मानवीय रूप से संभव किया था लेकिन यह अभियान असमान लड़ाई था। वह और अन्य फ़ाइड्ज़ ने विरोधी राजनेताओं को राज्य मीडिया से हटा दिया था।
दक्षिणपंथी जोब्बिक पार्टी, जो विपक्षी गठबंधन का हिस्सा है, के एमईपी मार्टन ग्योंग्योसी ने ने भी चुनावों में धांधली का आरोप लगाया है। हालांकि, ओर्बन ने ऐसी शिकायतों को खारिज कर दिया और जोर देकर कहा कि मतदान निष्पक्ष था।
बता दें कि पहली बार 200 से अधिक अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षकों ने हंगरी में चुनाव की निगरानी की है। इस चुनाव में धुर दक्षिणपंथी एमआई हज़ांक पार्टी ने भी उम्मीदों को पार कर लिया और पांच प्रतिशत न्यूनतम सीमा को पार करने के बाद संसद में अपनी शुरुआत करेगी।
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