
Nepal Government crisis: नेपाल में पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' की सरकार संकट में आ गई है। गठबंधन सरकार की मुश्किलें राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी के सरकार से समर्थन वापस लेने के बाद बढ़ी हैं। दोहरी नागरिकता के मामले में कुर्सी गंवाने वाले रबी लामिछाने को फिर गृह मंत्री बनाने से इनकार करने के बाद यह राजनीतिक संकट गहराया है।
RSP ने प्रचंड सरकार से इसलिए लिया समर्थन वापस
राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी के नेता 48 वर्षीय रबी लामिछाने पर दोहरी नागरिकता हासिल करने का आरोप लगा था। बीते दिनों सुप्रीम कोर्ट ने देश के उप प्रधानमंत्री रबी लामिछाने को नेपाल और अमेरिका का एकसाथ नागरिकता रखने का दोषी पाया। इसके बाद उनकी संसद सदस्यता रद्द कर दी गई। लामिछाने के सांसद के तौर पर सदस्यता रद्द होने के बाद उनको उप प्रधानमंत्री व गृह मंत्री के पद से प्रचंड सरकार से हटा दिया गया था। लेकिन रबी लामिछाने ने बीते 29 जनवरी को नेपाल की अपनी नागरिकता पुन: प्राप्त कर ली। नागरिकता मिलने के बाद लामिछाने ने प्रचंड से मुलाकात की और पद बहाली का दबाव बनाया। लेकिन प्रचंड इसके लिए राजी नहीं हुए। पार्टी के अध्यक्ष रबी लामिछाने को गृह मंत्री के रूप में बहाल करने से इनकार किए जाने के बाद आरएसपी के केंद्रीय सदस्यों और सांसदों की संयुक्त बैठक के बाद सरकार से समर्थन वापस लेने का निर्णय ले लिया गया।
नेपाल की चौथी सबसे बड़ी पार्टी है आरएसपी
राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी इस बार के नेपाल चुनाव में देश की चौथी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। इसके 20 सदस्य चुनाव जीते हैं। प्रचंड सरकार को समर्थन देने के बाद आरएसपी अध्यक्ष रबी लामिछाने को 26 दिसंबर 2022 को देश का उप प्रधानमंत्री व गृह मंत्री बनाया गया था। संसद में प्रचंड सरकार को 270 सांसदों में से 268 सांसदों का समर्थन प्राप्त था। यह अबतक के इतिहास में किसी प्रधानमंत्री को मिला सबसे अधिक समर्थन है।
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