JAMA नेटवर्क ओपन जर्नल में शुक्रवार (1 मार्च) को प्रकाशित स्टडीज में ये पता चला कि हायर एजुकेशन हासिल करने वालों में मौत की आशंका कम होती है और उम्र बढ़ने की गति धीमी हो जाती है।
रिसर्च। एक स्टडी से पता चला है कि ज्यादा पढ़े-लिखे लोगों की उम्र दूसरों की तुलना में धीमी गति से बढ़ती है। ऐसे लोगों में लंबे समय तक जीने की संभावना अधिक होती है। JAMA नेटवर्क ओपन जर्नल में शुक्रवार (1 मार्च) को प्रकाशित स्टडीज में ये पता चला कि हायर एजुकेशन हासिल करने वालों में मौत की आशंका कम होती है और उम्र बढ़ने की गति धीमी हो जाती है। शोधकर्ताओं का मानना है कि यह पहला अध्ययन है जिसने उम्र बढ़ने की गति और शिक्षा के बीच कोई संबंध स्थापित किया है।
न्यूयॉर्क शहर में कोलंबिया यूनिवर्सिटी मेलमैन स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ में महामारी विज्ञान के एसोसिएट प्रोफेसर और वरिष्ठ शोधकर्ता डैनियल बेल्स्की ने कहा, "हम लंबे समय से जानते हैं कि जिन लोगों के पास उच्च स्तर की शिक्षा है, वे लंबे समय तक जीवित रहते हैं।" हालांकि, ये पता लगाने में कई चुनौतियां हैं कि यह कैसे होता है कि ज्यादा पढ़ने से लंबी उम्र तक लोग जी सकते हैं और इसका स्वास्थ्य पर कैसा असर पड़ता है।
ज्यादा पढ़े-लिखे लोगों में मरने का जोखिम
कोलंबिया यूनिवर्सिटी मेलमैन स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के वरिष्ठ शोधकर्ता डैनियल बेल्स्की ने अपनी स्टडी में दावा किया है कि स्कूली शिक्षा के हर दो अतिरिक्त वर्षों में उम्र बढ़ने की गति 2 प्रतिशत से 3 प्रतिशत धीमी हो जाती है। कुल मिलाकर उच्च शिक्षा प्राप्त व्यक्ति में औसत रूप से शिक्षित व्यक्ति की तुलना में मृत्यु का जोखिम 10 प्रतिशत कम होता है।
इस शोध में वैज्ञानिकों ने फ्रेमिंघम हार्ट स्टडी से मिली जानकारी का इस्तेमाल किया, जो कि फ्रेमिंघम, मैसाचुसेट्स के लोगों के जनरेशन के हेल्थ की निगरानी के लिए 1948 में शुरू की गई एक चालू परियोजना थी।उम्र बढ़ने की दर का आकलन करने के लिए उन्होंने प्रतिभागियों के आनुवंशिक डेटा की जांच की, जिसमें उम्र बढ़ने के लिए स्पीडोमीटर के समान आनुवंशिक घड़ी इस्तेमाल किया गया। यह परीक्षण उस गति को इंगित करता है, जिस गति से किसी व्यक्ति के शरीर में समय के साथ परिवर्तन होते हैं।
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