रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार निक्की हेली ने कहा है कि वह चुनाव जीतती हैं तो अमेरिका के दुश्मन देशों को वित्तीय मदद बंद कर देंगी। पाकिस्तान, इराक और चीन जैसे देशों को अमेरिका पैसे नहीं देगा।
वाशिंगटन। भारतीय-अमेरिकी और रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार निक्की हेली ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि अगर वह 2024 में सत्ता में आती हैं तो अमेरिका "दुनिया का एटीएम" नहीं होगा। अमेरिका पाकिस्तान जैसे बुरे देशों को करोड़ों डॉलर नहीं देगा।
न्यूयॉर्क पोस्ट के ऑप-एड में हेली ने लिखा है कि अमेरिका ने पिछले साल विदेशी सहायता पर 46 अरब अमेरिकी डॉलर खर्च किए। चीन, पाकिस्तान और इराक जैसे देशों को सहायता दी गई। अमेरिकी करदाता यह जानने के हकदार हैं कि उनका पैसा कहां जा रहा है और उसका क्या इस्तेमाल हो रहा है।
दुनिया का एटीएम नहीं होगा अमेरिका
निक्की हेली ने ट्वीट किया, "एक कमजोर अमेरिका बुरे लोगों को पैसे देता है। पिछले साल करोड़ों डॉलर पाकिस्तान, इराक और जिम्बाब्वे को दिए गए। एक मजबूत अमेरिका "दुनिया का एटीएम" नहीं होगा। अमेरिका दुनिया का एटीएम नहीं हो सकता। राष्ट्रपति के रूप में मैं विदेश नीति में बदलाव लाऊंगी। अपने दुश्मनों को पैसा भेजना बंद कर दूंगी।
अमेरिका से नफरत करने वालों को नहीं दूंगी मदद
निक्की हेली ने कहा, "जो देश अमेरिका से नफरत करते हैं उन्हें मिलने वाली मदद को पूरी तरह से बंद कर दूंगी। एक सेंट भी नहीं दूंगी। एक मजबूत अमेरिका बुरे लोगों को पैसे नहीं देगा। अमेरिकी लोग अपनी मेहनत की कमाई को बर्बाद नहीं करेंगे। हेली के अनुसार, बाइडेन प्रशासन ने पाकिस्तान को सैन्य सहायता फिर से शुरू कर दी है। पाकिस्तान कम से कम एक दर्जन आतंकवादी संगठनों का घर है। चीन के साथ पाकिस्तान के गहरे तानेबाने हैं।
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निक्की हेली ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत के रूप में उन्होंने तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के पाकिस्तान को लगभग 2 बिलियन अमेरिकी डॉलर की सैन्य सहायता में कटौती के फैसले का पुरजोर समर्थन किया था। पाकिस्तान आतंकवादियों का समर्थन करता था जो अमेरिकी सैनिकों को मारते थे।
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