वर्ल्ड डेस्क। उत्तर कोरिया ने बेहद लंबी दूरी तक मार करने वाला एक ऐसा मिसाइल टेस्ट किया है जिससे अमेरिका भी खौफ में है। इस मिसाइल का रेंज इतना अधिक है कि अमेरिका की मुख्य भूमि तक अटैक कर सकता है।
गुरुवार को उत्तर कोरिया ने कोरियाई प्रायद्वीप और जापान के बीच के क्षेत्र को टारगेट कर एक संदिग्ध नई लंबी दूरी की मिसाइल का टेस्ट किया। इसपर अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया ने तुरंत प्रतिक्रिया दी है।
7 हजार किलोमीटर से भी अधिक ऊंचाई तक पहुंची मिसाइल
मिसाइल को प्योंगयांग के पास से सुबह करीब 7:10 बजे (स्थानीय समयानुसार) लॉन्च किया गया। यह एक घंटे से अधिक समय तक हवा में उड़ती रही। यह मिसाइल आश्चर्यजनक रूप से 7 हजार किलोमीटर से भी अधिक ऊंचाई तक पहुंच गई। जापान के रक्षा मंत्री जनरल नाकातानी के अनुसार यह उत्तर कोरिया द्वारा अब तक टेस्ट किए गए मिसाइलों में सबसे ज्यादा देर तक हवा में रही। दक्षिण कोरिया के ज्वाइट चीफ ऑफ स्टाफ ने बताया कि मिसाइल संभवतः लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल थी।
क्यों मायने रखती है टेस्ट के दौरान मिसाइल की ऊंचाई?
बता दें कि टेस्ट के दौरान उत्तर कोरिया की मिसाइल 7 हजार किलोमीटर से अधिक ऊंचाई तक पहुंची। यह लंबी दूरी तक मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल के मामले में बेहद अहम है। मिसाइल कितनी दूरी तक मार कर सकती है इसका पता लगाने को दो तरीके हैं। पहला मिसाइल को अधिक से अधिक दूर तक जाने के हिसाब से लॉन्च किया जाए। ICBM मिसाइल के मामले में ऐसा करने पर इसके कई देशों के वायु क्षेत्र में जाने की संभावना होती है। इससे बचने के लिए दूसरा तरीका अपनाया जाता है। मिसाइल को अधिक ऊंचाई तक भेजा जाता है। इससे अनुमान लग जाता है कि यह कितनी दूर तक जा सकता है।
ICBM के क्षेत्र में तेजी से प्रगति कर रहा उत्तर कोरिया
एक्सपर्ट्स के अनुसार उत्तर कोरिया ICBM (Intercontinental Ballistic Missile) के क्षेत्र में तेजी से प्रगति कर रहा है। वह ऐसे मिसाइल बना रहा है जो अमेरिका की मुख्य भूमि तक पहुंच सके। दक्षिण कोरिया की सेना ने हाल ही में बताया था कि उत्तर कोरिया अमेरिका तक मार करने में सक्षम ICBM का टेस्ट करने के करीब है। उसने सातवें परमाणु परीक्षण की तैयारी पूरी कर ली है।
अमेरिका ने कहा-उत्तर कोरिया कर रहा उकसाने वाली कार्रवाई
अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता सीन सेवेट ने उत्तर कोरिया द्वारा किए गए मिसाइल टेस्ट को उकसाने वाला बताया है। उन्होंने कहा कि इससे क्षेत्रीय तनाव बढ़ेगा। अमेरिका अपनी सुरक्षा और सहयोगी जापान व दक्षिण कोरिया का मदद करने को प्रतिबद्ध है।