एक साल में 42000 मौत: इजराइल-हमास संघर्ष ने पश्चिम एशिया को बनाया रणभूमि

इज़राइल पर हमास के हमले को एक साल पूरा हो गया है, जिसने दुनिया को हिला कर रख दिया था। गाजा में भारी तबाही हुई है और यह संघर्ष अब पश्चिम एशिया के अन्य हिस्सों में फैल रहा है, जिससे भविष्य अनिश्चित बना हुआ है।

rohan salodkar | Published : Oct 7, 2024 4:11 AM IST

तेल अवीव: दुनिया की दिशा बदल देने वाले इज़राइल-हमास संघर्ष को एक साल पूरा हो गया है। पिछले साल 7 अक्टूबर को हमास ने इज़राइल पर हमला किया था। विभिन्न शहरों में आज युद्ध विरोधी रैलियां निकाली जाएंगी। 

7 अक्टूबर 2023 - दुनिया को हिलाकर रख देने वाला हमास का इज़राइल पर अप्रत्याशित हमला। 1200 इज़राइली मारे गए। 250 से ज़्यादा लोगों को बंधक बना लिया गया। इज़राइल की अब तक की सुरक्षा व्यवस्था और आत्मविश्वास को इस छिपे हमले ने पूरी तरह से तोड़ दिया। कुछ ही घंटों में, हमास के ठिकानों पर जवाबी हमले शुरू हो गए। एक साल बाद, गाजा में मरने वालों की संख्या 42000 तक पहुँच गई है। इनमें से आधे से ज़्यादा महिलाएं और बच्चे हैं। एक लाख लोग घायल हुए हैं। गाजा दुनिया का सबसे बड़ा त्रासदीग्रस्त इलाका बन गया है।

Latest Videos

अब यह संघर्ष पश्चिम एशिया के और क्षेत्रों में फैल रहा है। लेबनान, गाजा की तरह एक और युद्ध का मैदान बनता जा रहा है। यमन और सीरिया में भी हमले हो रहे हैं। ईरान ने दो बार सीधे इज़राइल पर हमला किया है। दुनिया में शांति बनाए रखने के लिए बना संयुक्त राष्ट्र एक साल से बस मूकदर्शक बना हुआ है। दोनों पक्षों ने संयुक्त राष्ट्र के शांति प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस के इज़राइल में प्रवेश पर भी रोक लगा दी गई है।

दुनिया की बड़ी ताकतें कोई खास हस्तक्षेप किए बिना बस देख रही हैं। लंबे समय से दुनिया भर के देशों द्वारा समर्थित इज़राइल-फ़िलिस्तीन दो-राष्ट्र समाधान के फॉर्मूले को भी इज़राइल अब खारिज कर रहा है। हमास को पूरी तरह से खत्म करने के उद्देश्य से हमला शुरू करने वाले इज़राइल को अब हिज़्बुल्लाह, हौथी विद्रोही और इराक के इस्लामिक रेजिस्टेंस सहित कई सशस्त्र समूहों का सामना करना पड़ रहा है। ईरान इन सभी को खुले तौर पर हथियार और वित्तीय सहायता प्रदान कर रहा है। 

युद्ध की रणनीतियों में खामियों के कारण बेंजामिन नेतन्याहू की सरकार को इज़राइल के अंदर काफी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। दूसरी ओर, हमास के प्रमुख इस्माइल हनियेह सहित उसके कई शीर्ष नेता इज़राइल के हमले में मारे गए हैं। लेकिन, अभी यह कहना जल्दबाजी होगी कि हमास खत्म हो गया है या फिर इतना कमजोर हो गया है कि पलटवार नहीं कर सकता। इज़राइल खुद स्वीकार करता है कि हमास को खत्म करने के उसके लक्ष्य को हासिल करने में अभी काफी समय लगेगा। इस बीच, यह संघर्ष ईरान-इज़राइल के बीच सीधे टकराव में बदल रहा है। संक्षेप में, आने वाले दिन और भी अशांत रहने वाले हैं।

Share this article
click me!

Latest Videos

नवरात्रि 2024: कन्या पूजन करते समय इन 5 बातों का रखें ध्यान
क्रिकेट की पिच पर CM योगी ने दिखाया अपना हुनर, बल्ले से लगाया जोरदार शॉट । CM Yogi Play Cricket
Air Force Day: एयर शो में दिखी वायुसेना की ताकत, फाइटर जेट्स ने दिखाए करतब #Shorts
उत्तराखंड: 200 फीट खाई में समा गई बारातियों की बस, तिनकों की तरह बिखरीं लाशें
सामने आई Bigg Boss 18 के घर की PHOTOS, देखें कोने-कोने की झलक