
9/11 Remembrance Day: इस्लामिक आतंकवादी संगठन अलकायदा ने 11 सितंबर, 2001 को अमेरिका पर एक साथ कई हमले कर उसे दहला दिया था। गुरुवार (आज) को इस हमले की 24वीं बरसी है। इस हमले का मुख्य साजिशकर्ता आतंकी ओसामा बिन लादेन था, जिसे अमेरिका ने 2 मई 2011 को ऑपरेशन नेप्च्यून स्पीयर में मार गिराया। कैसे हुआ ये पूरा ऑपरेशन? जानते हैं लादेन को ठिकाने लगाने के लिए अमेरिका ने कैसे बनाया फुलप्रूफ प्लान।
दरअसल, अमेरिकी खुफिया एजेंसियों को पुख्ता जानकारी मिली कि ओसामा बिन लादेन नॉर्थ पाकिस्तान में एबटाबाद स्थित एक घर में छुपा है। इसके बाद लादेन के खात्मे के लिए अमेरिका ने सीक्रेट मिशन शुरू किया, जिसे ऑपरेशन नेप्च्यून स्पीयर नाम दिया गया। इसे यूएस नेवी सील टीम सिक्स और खुफिया एजेंसी CIA के मेंबर्स ने लीड किया।
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अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा ने नेवी सील कमांडोज और सीआईए के एजेंट्स को इस ऑपरेशन की मंजूरी दी। इसके बाद अफगानिस्तान से यूएस नेवी सील कमांडोज (US Navy SEALs) और CIA के मेंबर्स की एक टीम को सीक्रेट हेलिकॉप्टरों के जरिये पाकिस्तानी के एयरस्पेस में उड़ान भरने को कहा गया। खास बात ये है कि इसकी जानकारी पाकिस्तान को भी नहीं दी गई। ये ऑपरेशन 1-2 मई की रात को चलाया गया, जिसे अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा और उनकी टीम ने लाइव देखा था।
पाकिस्तान के लोकल टाइम के मुताबिक, देर रात करीब 1 बजे MH-60 ब्लैक हॉक स्टील्थ वर्जन के 2 हेलिकॉप्टर से 24 सील कमांडो एबटाबाद स्थित उस घर के परिसर में घुसे, जहां लादेन छुपा था। इस हेलिकॉप्टर की सबसे बड़ी खूबी ये है कि ये रडार की पकड़ में नहीं आता और आवाज भी नहीं करता। इससे पहले पूरे इलाके की बिजली काट दी गई, ताकि अंधेरे में किसी को खुफिया मिशन की कानोकान खबर न लगे।
गेस्टहाउस नुमा बने इस घर में कमांडोज रस्सी के सहारे नीचे उतरे। कम्पाउंड में दाखिल होते ही सील कमांडोज का सामना वहां छुपे आतंकियों से हुआ। लादेन की सुरक्षा में तैनात आतंकियों ने गोलीबारी शुरू कर दी, लेकिन सील्स के सटीक निशानों से वो बच नहीं पाए। इस दौरान लादेन के एक बेटे समेत कई आतंकी मारे गए।
इसके बाद सील्स मकान की तीसरी मंजिल पर पहुंचे, जहां ओसामा बिन लादेन अपने बीवी-बच्चों के साथ रहता था। कमांडोज को पहले से ही कहा गया था कि ओसामा को खत्म कर देना है। सबसे ऊपर फ्लोर पर पहुंचते ही कमांडो का सामना लादेन से हुआ। सील्स ने उसे तुरंत पहचान लिया और सीधे हेड शॉट (माथे पर गोली) मारा। इसके बाद कुछ गोलियां छाती पर भी मारी। ये पूरा ऑपरेशन करीब 40 मिनट तक चला।
इसके बाद सील कमांडो ने उस जगह से कंप्यूटर की हार्ड ड्राइव, पेन ड्राइव समेत कुछ इलेक्ट्रॉनिक आइटम भी जब्त किए। इसके साथ ही सील्स ने लादेन की डेडबॉडी को अपने कब्जे में लिया, ताकि DNA टेस्ट के जरिये उसकी पहचान कन्फर्म की जा सके। इसके बाद कमांडोज ने सेना के एक विमान के क्षतिग्रस्त होने की वजह से उसे वहीं नष्ट कर दिया, ताकि उसकी खुफिया तकनीक के बारे में किसी को पता न चले। इसके बाद दूसरे विमान से ओसामा का शव लेकर निकल गए।
DNA टेस्ट से पुष्टि होने के बाद अमेरिका ने 2 मई, 2011 को लादेन के शव को बीच समंदर में दफनाया था। इसके लिए विमानवाहक पोत यूएसएस कार्ल विंसन (USS Carl Vinson) का सहारा लिया गया। लादेन को समुद्र में इसलिए दफनाया गया ताकि उसके चाहनेवाले कब्र पर मकबरा बनाकर उसका महिमामंडन न करें। बता दें कि इस खुफिया ऑपरेशन से अल-कायदा के भविष्य के खतरों के बारे में बड़े पैमाने पर खुफिया जानकारी मिली।
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