पुतिन के खिलाफ खड़ी हुई महिलाएं-'हमारे पति-पिता और भाई दूसरों के पतियों-पिताओं को नहीं मारेंगे'

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने बुधवार(21 सितंबर) को रूस में आंशिक सैन्य लामबंदी का ऐलान किया था। इसे लेकर प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। आंशिक सैन्य लामबंदी का मतलब है कि युद्ध में आम नागरिकों को भी लड़ना होगा।

Amitabh Budholiya | Published : Sep 22, 2022 8:05 AM IST / Updated: Sep 22 2022, 01:38 PM IST

वर्ल्ड न्यूज. पिछले 7 महीने से चले आ रहे रूस-यूक्रेन युद्ध में एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम के तहत रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने बुधवार(21 सितंबर) को रूस में आंशिक सैन्य लामबंदी (Partial Military Mobilization) का ऐलान किया था। इसे लेकर प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। आंशिक सैन्य लामबंदी का मतलब है कि युद्ध में आम नागरिकों को भी लड़ना होगा। एक पुलिस निगरानी समूह(police monitoring group ) का कहना है कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की यूक्रेन में लड़ने के लिए नागरिकों को आंशिक रूप से जुटाने की घोषणा के खिलाफ रूस भर में प्रदर्शनों में 1,300 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुतिन ने आरोप लगाया कि पश्चिमी देश रूस को कमजोर करने की साजिश कर रहे हैं। पुतिन ने मोर्च पर 3 लाख रिजर्व सैनिक भेजने का भी ऐलान किया है। राष्ट्र को संबोधित करते हुए पुतिन ने कहा कि उसके दो मिलियन-मजबूत सैन्य भंडार का आंशिक जमाव रूस और उसके क्षेत्रों की रक्षा के लिए था। 

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मॉस्को से लेकर दूर तक हुए ये प्रदर्शन
यूक्रेन में युद्ध के लिए राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा घोषित सैन्य लामबंदी के खिलाफ रूस में बुधवार को 1,300 से अधिक प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया था। ये प्रदर्शन राजधानी मॉस्को सहित तमाम क्षेत्रों में हुए थे। स्वतंत्र ओवीडी-इन्फो पुलिस मॉनिटर के अनुसार, कम से कम 1,386 प्रदर्शनकारियों को अब तक देश भर में हिरासत में लिया गया है, जिनमें से कम से कम आधी गिनती राजधानी मॉस्को में दर्ज की गई है। इसमें कहा गया है कि हिरासत में लिए गए लोगों में अधिकतर महिलाएं थीं। जेल में बंद क्रेमलिन के आलोचक एलेक्सी नवलनी(Kremlin critic Alexei Navalny) के समर्थकों ने यूक्रेन में अपनी सेना को आंशिक लामबंदी के साथ क्रेमलिन के फैसले का विरोध करने के लिए बुधवार शाम को रूसियों से सड़कों पर उतरने का आह्वान किया था।

स्थानीय रिपोर्टों के अनुसार, पहला विरोध प्रदर्शन साइबेरिया और सुदूर पूर्व के शहरों में हुआ, जहां रैलियां निकले के कुछ मिनट बाद ही दर्जनों लोगों को गिरफ्तार किया गया था। प्रदर्शनकारियों के छोटे समूह बुर्यातिया गणराज्य की राजधानी उलान-उडे, सखा गणराज्य की राजधानी याकुत्स्क और खाबरोवस्क और इरकुत्स्क के सुदूर पूर्व के शहर में इकट्ठे हुए थे। उलान-उडे में प्रदर्शनकारी बैनर लिख दिखे। इन पर लिखा था-कोई युद्ध नहीं! कोई लामबंदी नहीं! और हमारे पति, पिता और भाई दूसरों के पतियों और पिताओं को नहीं मारना चाहते हैं।

यूक्रेन ने युद्ध के 215 कैदियों की अदला-बदली का ऐलान किया
यूक्रेन ने बुधवार को रूस के साथ रिकॉर्ड-हाई 215 कैद सैनिकों के एक्सचेंज का ऐलान किया है। इसमें मारियुपोल के अज़ोवस्टल स्टीलवर्क्स की रक्षा का नेतृत्व करने वाले लड़ाके भी शामिल हैं, जो यूक्रेनी प्रतिरोध का प्रतीक( icon of Ukrainian resistance) बन गए थे। यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने अपने डेली एड्रेस में कहा कि रूस को 55 कैदी मिले, जिनमें यूक्रेन के पूर्व सांसद और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सहयोगी विक्टर मेदवेदचुक भी शामिल हैं, जिन पर देशद्रोह का आरोप लगाया गया है। फरवरी में रूस के आक्रमण की शुरुआत के बाद से युद्धरत पक्षों के बीच स्वैप सबसे बड़ा एक्सचेंज था। ज़ेलेंस्की ने कहा कि अमेरिका और ब्रिटेन सहित देशों के युद्ध के 10 कैदियों को बुधवार को मास्को और कीव के बीच एक्सचेंज के हिस्से के रूप में सऊदी अरब में ट्रांसफर कर दिया गया था। यूक्रेन के राष्ट्रपति के चीफ ऑफ स्टाफ एंड्री यरमक ने टेलीविजन पर घोषणा की, "हम 215 लोगों को मुक्त करने में कामयाब रहे हैं।" जेलेंस्की ने कहा कि रिहा किए गए कैदी युद्ध के अंत तक "पूरी सुरक्षा और आरामदायक परिस्थितियों में" तुर्की में रहेंगे।

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