
Pakistan AAG admitted PoK as foreign land: पाकिस्तान के अतिरिक्त महाधिवक्ता (एएजी) मुनीर इकबाल दुग्गल का पीओके को लेकर दिया गया एक बयान सोशल मीडिया पर छाया हुआ है। हाईकोर्ट में एक केस की सुनवाई के दौरान अतिरिक्त महाधिवक्ता ने कह दिया कि कश्मीर (पीओजेके) को देश द्वारा "विदेशी क्षेत्र" माना जाता है।
दरअसल, प्रसिद्ध कश्मीरी कवि अहमद फरहाद के लिए बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका पर सुनवाई इस्लामाबाद हाईकोर्ट में चल रही थी। आरोप है कि कवि अहमद फरहाद को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने किडनैप किया है। इससे देश में काफी आक्रोश है। जस्टिस मोहसिन अख्तर कयानी पूरे मामले की सुनवाई कर रहे। फरहाद की पत्नी उरूज ज़ैनब ने उनकी वापसी और उनके जबरन गायब होने के लिए जिम्मेदार लोगों की जवाबदेही की मांग करते हुए याचिका दायर की थी। याचिकाकर्ता का प्रतिनिधित्व वकील इमान मजारी और हादी अली चट्ठा ने किया।
अतिरिक्त महाधिवक्ता ने कहा-याचिका खारिज हो
सुनवाई के दौरान अतिरिक्त महाधिवक्ता मुनीर इकबाल दुग्गल ने बताया कि अहमद फरहाद पर पीओजेके में उन पर हत्या के प्रयास और आतंकवाद विरोधी आरोप हैं। वह 2 जून तक रिमांड पर हैं। दुग्गल ने कहा कि फरहाद पहले ही अपने परिवार के सदस्यों से मिल चुके हैं। उनसे मुजफ्फराबाद पुलिस ने परिवार से मिलवाया है। ऐसे में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका को खारिज किया जाना चाहिए। जस्टिस कयानी ने दुग्गल की अपील को खारिज कर दिया। जस्टिस कयानी ने कहा कि मामला तभी समाप्त होगा जब अहमद फरहाद अदालत में पेश होंगे।
जस्टिस कयानी के निर्देश के बाद अतिरिक्त महाधिवक्ता दुग्गल ने कहा कि मीर एक 'विदेशी क्षेत्र' है, जिसका अपना संविधान और अदालतें हैं। पाकिस्तानी अदालतों के फैसलों को पीओजेके में विदेशी अदालत के फैसले के रूप में माना जाता है।
बयान की सोशल मीडिया पर खूब चर्चा
पाकिस्तान के अतिरिक्त महाधिवक्ता दुग्गल का पीओके को पाकिस्तान की विदेशी धरती बताने वाले बयान पर सोशल मीडिया पर खूब चर्चा हो रही है। कहा जा रहा है कि आखिरकार पाकिस्तान भी मान रहा है कि पीओके भारत का हिस्सा है।
एक्स पर एक भारतीय यूजर ने लिखा: पाकिस्तान के अतिरिक्त महाधिवक्ता ने इस्लामाबाद उच्च न्यायालय में स्वीकार किया कि कश्मीर (पीओजेके) विदेशी क्षेत्र है। प्रसिद्ध कश्मीरी कवि अहमद फरहाद के आईएसआई द्वारा अपहरण मामले में पाक सरकार के वकील ने सच्चाई स्वीकार की है। मोदी सरकार पीओजेके के और करीब पहुंच गई है।
यह भी पढ़ें:
अंतरराष्ट्रीय राजनीति, ग्लोबल इकोनॉमी, सुरक्षा मुद्दों, टेक प्रगति और विश्व घटनाओं की गहराई से कवरेज पढ़ें। वैश्विक संबंधों, अंतरराष्ट्रीय बाजार और बड़ी अंतरराष्ट्रीय बैठकों की ताज़ा रिपोर्ट्स के लिए World News in Hindi सेक्शन देखें — दुनिया की हर बड़ी खबर, सबसे पहले और सही तरीके से, सिर्फ Asianet News Hindi पर।