तालिबान को सबक सिखाने पाकिस्तान ने उठाया 1 बड़ा कदम, क्या भारत बनेगा संकटमोचक?

Published : Oct 12, 2025, 10:06 PM IST
Pakistan Taliban conflict

सार

तालिबान-पाकिस्तान के बीच विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। अफगानिस्तान के हमले के बाद पाकिस्तान ने अपने बॉर्डर सील कर दिए हैं, जिससे तालिबान के पास अब व्यापार का संकट खड़ा हो गया है। ऐसे में सवाल है कि क्या भारत अब उसकी मदद करेगा?

Pakistan-Taliban Conflicts: अफगानिस्तान के तालिबान और पाकिस्तान के बीच लंबे समय से कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है। हाल ही में पाकिस्तान ने तहरीक-ए-तालिबान के प्रमुख को निशाना बनाते हुए काबुल पर एयरस्ट्राइक की, जिसके जवाब में तालिबान ने भी डूरंड लाइन पर जमकर हमले किए। तालिबान ने इस अटैक में पाकिस्तान के 58 सैनिकों के मारे जाने का भी दावा किया है। इसके बाद से ही पड़ोसी बेहद भड़का हुआ है। तालिबान से बदला लेने के लिए अब पाकिस्तान ने एक बड़ा कदम उठाया है।

तालिबान को सबक सिखाने पाकिस्तान ने उठाया ये कदम

तालिबान के हमले और अपने 58 सैनिकों की मौत से तिलमिलाए पाकिस्तान ने अब अफगानिस्तान से सटे बॉर्डर को बंद कर दिया है। पाकिस्तान ने अफगानिस्तान से लगे तोरखम और चमन बॉर्डर को सील कर दिया। इसके अलावा भी उसने कुछ छोटी सीमाओं को बंद कर दिया है।

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बॉर्डर बंद होने से अफगानिस्तान पर होगा क्या असर?

पाकिस्तान की तरफ से बॉर्डर बंद किए जाने से तालिबान शासित अफगानिस्तान में हालात बिगड़ सकते हैं। चूंकि अफगानिस्तान का 90 फीसद से ज्यादा एक्सपोर्ट पाकिस्तान के रास्ते ही होता है। ऐसे में अब पाकिस्तान सीमा बंद होने से उसका पूरा व्यापार ठप पड़ सकता है।

पाकिस्तान के साथ अफगानिस्तान का 2600 KM लंबा बॉर्डर

अफगानिस्तान पूरी तरह लैंडलॉक्ड कंट्री है। यानी उसकी जमीन कहीं से भी समुद्र को नहीं छूती। ऐसे में तालिबान समुद्र के रास्ते तो व्यापार कर नहीं सकता। उसकी मजबूरी दूसरे देशों के बॉर्डर से व्यापार करने की है। अफगानिस्तान के नॉर्थ में ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान हैं, जो खुद व्यापार के लिए दूसरे देशों पर डिपेंड हैं। ऐसे में अफगानिस्तान की मजबूरी है कि उसे पाकिस्तान कराची बंदरगाह से ही सामान मंगाना और भेजना पड़ता है। अब अगर पाकिस्तान अपने रास्ते बंद कर देगा तो अफगानिस्तान के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी हो सकती है।

क्या अफगानिस्तान के लिए संकटमोचक बनेगा भारत?

अफगान तालिबान के विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी इन दिनों भारत दौरे पर हैं। दोनों देशों के बीच कई मुद्दों पर बातचीत होना है। लेकिन सवाल है कि पाकिस्तान द्वारा उठाए इस कदम के बाद क्या भारत अफगानिस्तान को संकट से उबारने में उसकी मदद करेगा। बता दें कि भारत के पास ईरान में चाबहार पोर्ट है। हालांकि, फिलहाल अमेरिका ने इस पर बैन लगा रखा है। लेकिन आने वाले समय में भारत इस बंदरगाह के जरिये अफगानिस्तान से ट्रेड का एक नया रास्ता तैयार कर रहा है। भारत चाबहार पोर्ट को रेल और सड़क के जरिये अफगानिस्तान से जोड़ना चाहता है।

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