
न्यूयॉर्क: पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ एक सार्वजनिक कार्यक्रम में तब शर्मिंदा हो गए, जब वे अपने ही विरोधाभासी बयानों में फंस गए। उनसे पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की सोशल मीडिया एक्टिविटी को लेकर किए गए बेबुनियाद और उलटे-सीधे दावों पर तीखे सवाल पूछे गए। ब्रिटिश-अमेरिकी पत्रकार मेहदी हसन के साथ एक इंटरव्यू के दौरान, आसिफ ने पहले दावा किया कि इमरान खान पाकिस्तान की अदियाला जेल के अंदर से अपना ट्विटर अकाउंट चला रहे हैं। लेकिन, जब हसन ने रक्षा मंत्री के पिछले दावों पर सवाल उठाया, जिसमें उन्होंने कहा था कि खान का अकाउंट भारत के कंट्रोल में है, तो मंत्री जी पीछे हटने की कोशिश करने लगे और जवाब देते हुए हकलाने लगे।
आसिफ ने हसन से कहा, "वह जेल की कोठरी से ट्विटर अकाउंट चला रहे हैं।" इस पर हसन ने रक्षा मंत्री से तीखे सवाल करते हुए कहा, "आपने तो कुछ दिन पहले कहा था कि वह भारत से अकाउंट चला रहे हैं…आपने कहा था कि भारत उनका ट्विटर अकाउंट कंट्रोल कर रहा है…आपने अभी-अभी दो अलग-अलग आरोप लगाए हैं। क्या यह इमरान अपनी जेल की कोठरी से कर रहे हैं या भारत कर रहा है?"
पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ने घबराते हुए जवाब दिया, “या तो वह कोठरी से चला रहे हैं या उन्हें कम से-कम यह बताना चाहिए कि जेल की कोठरी से कौन चला रहा है।” दावों के आधार के बारे में और पूछा गया, तो रक्षा मंत्री ने "खुफिया सूत्रों" का हवाला दिया, लेकिन कोई भी पुख्ता सबूत देने से इनकार कर दिया। कहा, "सबूत... मैं सार्वजनिक रूप से सबूत का खुलासा नहीं कर सकता।"
हसन ने कहा, "अगर आप सार्वजनिक रूप से सबूत का खुलासा नहीं कर सकते, तो आप दावा ही क्यों करते हैं?" आसिफ ने जवाब दिया, “नहीं, क्योंकि यह मौजूद है।” जब उनसे इस दावे के स्रोत के बारे में पूछा गया कि क्या भारत खान का एक्स अकाउंट कंट्रोल करता है, तो आसिफ ने माना, "हाँ, जाहिर है, खुफिया जानकारी के आधार पर। कोई भी इसे खुले तौर पर नहीं कह रहा है।"
मेहदी ने रक्षा मंत्री से पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के संस्थापक के साथ मौजूदा पाकिस्तानी सरकार के बर्ताव पर भी सवाल उठाया। इमरान खान अगस्त 2023 से जेल में हैं, जबकि दुनियाभर में इसकी आलोचना हो रही है और संयुक्त राष्ट्र के विशेषज्ञों ने उनकी हिरासत को "गैर-कानूनी" बताया है। आसिफ ने यह कहकर सवाल टाल दिया, "उन्हें यह साबित करना होगा कि उनके हाथ साफ हैं।"
इमरान खान को अगस्त 2023 में भ्रष्टाचार के एक मामले में तीन साल की जेल की सजा सुनाए जाने के बाद उनके लाहौर स्थित घर से हिरासत में लिया गया था।
इस बीच, इंटरव्यू के दौरान आसिफ ने यह भी कहा कि चीन इस बात से परेशान नहीं है कि पाकिस्तान अमेरिका के साथ "नजदीकियां" बढ़ा रहा है।
इससे पहले गुरुवार (स्थानीय समय) को, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और सेना प्रमुख असीम मुनीर की मेजबानी की थी। जब उनसे पूछा गया कि क्या मिनरल और क्रिप्टो सौदों के जरिए ट्रंप के साथ पाकिस्तान के मौजूदा करीबी रिश्ते चीन के साथ संबंधों को खतरे में डाल सकते हैं, तो ख्वाजा आसिफ ने कहा, "हमें इसकी चिंता नहीं है, क्योंकि चीन के साथ हमारा रिश्ता समय की कसौटी पर परखा हुआ है…इसे ऐसे समझें कि चीन हमारी इन नजदीकियों, या आप इसे जो भी कहें, उससे परेशान नहीं है।"
जब पूछा गया कि पाकिस्तान अपना "रणनीतिक भविष्य" किसके साथ देखता है - अमेरिका या चीन - तो पाक रक्षा मंत्री ने कहा, “अतीत में, आज भी और भविष्य में भी, चीन हमारा एक बहुत ही भरोसेमंद सहयोगी रहा है, जो हमें हर तरह के हथियार मुहैया कराता है। हमारी वायु सेना, पनडुब्बियां और विमान। हमारी पनडुब्बियां वहीं से हैं। हमारे हथियारों का लगभग एक बड़ा हिस्सा चीन से आता है, और हमारा रक्षा सहयोग बढ़ रहा है। यह चीन के साथ पहले से कहीं ज्यादा मजबूत है…इसका मुख्य कारण अमेरिका जैसे दूसरे स्रोतों का अविश्वसनीय होना है।”
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