फवाद हुसैन चौधरी खुद पाकिस्तान के एक ऐसे पूर्व मंत्री और नेता हैं, जिनका विवादों से गहरा नाता रहा है। वो खुद देश में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के गिरफ्तार होने के बाद पुलिस के गिरफ्त में आ गए थे।
पाकिस्तान के पूर्व नेता फवाद हुसैन चौधरी। हाल ही में पाकिस्तान के एक पूर्व नेता फवाद हुसैन चौधरी ने देश में चल रहे लोकसभा चुनाव के बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी के समर्थन पर एक ट्वीट कर दिया है। इसके बाद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तंज कसते हुए कहा कि पाकिस्तान शहजादे को जीतता हुआ देखना चाहते हैं। हालांकि, आपको बता दें कि ये पहली बार नहीं है, जब फवाद हुसैन चौधरी ने भारत के मामलों पर दखलअंदाजी देने की गिरी हुई हरकत की है। इससे पहले उन्होंने किसान आंदोलन, चंद्रयान और यहां तक की कोरोना मामले पर भी अपनी गंदी जुबान से भारत के खिलाफ जहर भरने का काम कर चुके हैं।
फवाद हुसैन चौधरी खुद पाकिस्तान के एक ऐसे पूर्व मंत्री और नेता हैं, जिनका विवादों से गहरा नाता रहा है। वो खुद देश में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के गिरफ्तार होने के बाद पुलिस के गिरफ्त में आ गए थे। उस वक्त एक वीडियो काफी वायरल हुई थी, जिसमें वो पुलिस की गिरफ्तारी से बचने के लिए इधर-उधर भागने लगे थे।
पाकिस्तानी का किसान आंदोलन पर जहरीला बयान
पाकिस्तानी पूर्व नेता फवाद हुसैन चौधरी ने साल 2020 में किसान आंदोलन के खिलाफ जहर उगलते हुए कहा था कि भारत में जो भी कुछ हो रहा है, उसे पूरी दुनिया के पंजाबी लोग तकलीफ में है। उन्होंने कहा था कि महाराजा रंजीत सिंह की मौत के बाद किसी ने किसी वजह से पंजाबियों को दबाया जा रहा है। आज किसान अपनी नादानी का शिकार हो रहे हैं।
अंग्रेजी को लेकर ट्रोल हुए थे फवाद चौधरी
साल 2020 में देश भर में जारी कोरोना लॉकडाउन में फवाद हुसैन चौधरी ने कश्मीर से जोड़ते हुए विवादित बयान दिया था। उन्होंने गलत-सलत अंग्रेजी में एक्स पर पोस्ट किया था। लिखा था कि भारत के लोगों को कोरोना लॉकडाउन से सबक लेना चाहिए की राजनीतिक दबाव का कभी समर्थन न करें। मोदी सरकार ने कश्मीर के लंबे लॉकडाउन के जरिए लोगों को काफी दर्द दिया है।
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