इमरान खान को इन बेशकीमती गिफ्ट्स की लालच ने संकट में डाला, जानिए क्या है तोशाखाना केस?

सत्ताधारी दल के सांसदों ने अगस्त महीना में पाकिस्तान के चुनाव आयोग में पूर्व पीएम इमरान खान के खिलाफ एक मामला दायर किया था। इसमें आरोप लगा था कि इमरान खान ने तोशाखाने में रखी बेशकीमती गिफ्ट्स को रियायती दरों पर अवैध ढंग से खरीदकर बेचा है। उन्होंने इन सामानों को बेचने के बाद हुए आय का भी विवरण अपनी इनकम रिटर्न में नहीं दर्शाया है।

Dheerendra Gopal | Published : Oct 21, 2022 1:25 PM IST / Updated: Oct 21 2022, 06:58 PM IST

Imran Khan disqualified by ECP: पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अविश्वास प्रस्ताव से प्रधानमंत्री पद गंवाने वाले इमरान खान को सार्वजनिक पद पर बने रहने से अयोग्य घोषित कर दिया गया है। अब पांच साल तक इमरान खान न तो कोई चुनाव लड़ सकेंगे न ही किसी सार्वजनिक पद को संभालने के लिए योग्य रहेंगे। पाकिस्तान चुनाव आयोग ने इमरान खान को विदेशी नेताओं से मिले बेशकीमती गिफ्ट से आय छिपाने के लिए तोशाखाना मामले में दोषी करार दिया है।

पांच साल तक संसद से रहेंगे वंचित

मुख्य चुनाव आयुक्त सिकंदर सुल्तान राजा की अध्यक्षता वाली चार सदस्यीय पीठ ने सर्वसम्मित से पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को दोषी करार दिया है। इमरान खान अगले पांच साल तक संसद का सदस्य नहीं रह सकते हैं यानी कि वह चुनाव से वंचित कर दिए गए हैं। इमरान खान के खिलाफ जांच कर रही चुनाव आयोग कमेटी में पांच सदस्य शामिल थे लेकिन पंजाब के सदस्य इसमें शामिल नहीं हो सके। एक सदस्य की अनुपस्थिति में शेष चार सदस्यों ने सर्वसम्मति से फैसला लिया है। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के अध्यक्ष हैं। 

सत्ताधारी दल ने इमरान खान के खिलाफ जांच की मांग की थी

सत्ताधारी दल के सांसदों ने अगस्त महीना में पाकिस्तान के चुनाव आयोग में पूर्व पीएम इमरान खान के खिलाफ एक मामला दायर किया था। इसमें आरोप लगा था कि इमरान खान ने तोशाखाने में रखी बेशकीमती गिफ्ट्स को रियायती दरों पर अवैध ढंग से खरीदकर बेचा है। उन्होंने इन सामानों को बेचने के बाद हुए आय का भी विवरण अपनी इनकम रिटर्न में नहीं दर्शाया है। 2018 में तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के अध्यक्ष इमरान खान ने पाकिस्तान में प्रधानमंत्री पद की कुर्सी संभाली थी। आरोप है कि पीएम के रूप में अमीर अरब शासकों से उनको महंगे गिफ्ट्स मिले। विदेशी दौरों पर मिले इन गिफ्ट्स को तोशाखाना में जमा कर दिया गया था। लेकिन इमरान खान ने गलत तरीके से तोशाखाने में रखे गए बेशकीमती गिफ्ट्स को डिस्काउंट पर खरीदे और उनको भारी मुनाफा पर बेच दिया। उपहारों में एक ग्रेफ कलाई घड़ी, कफ़लिंक की एक जोड़ी, एक महंगा पेन, एक अंगूठी और चार रोलेक्स घड़ियां शामिल थीं। खान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी ने पाकिस्तान सरकार के कोषागार (तोशाखाना) से 14.2 करोड़ रुपए के 112 उपहारों को सिर्फ 4 करोड़ रुपए देकर हड़प लिया था। विरोधियों ने आरोप लगाया कि इमरान खान ने अपनी आयकर रिटर्न में भी बिक्री नहीं दिखाई है। हालांकि, पूर्व प्रधानमंत्री ने सुनवाई के दौरान ईसीपी को बताया कि राज्य के खजाने से खरीदे गए उपहारों की बिक्री से 21.56 मिलियन रुपये का भुगतान कर लगभग 58 मिलियन रुपये प्राप्त हुए।
उनके विरोधियों के अनुसार, खान आयकर रिटर्न में बिक्री दिखाने में विफल रहे, जिससे वह उत्तरदायी हो गए।

19 सितंबर को ईसीपी ने पूरी कर ली थी सुनवाई

इमरान खान के खिलाफ राज्य भंडार में रखे गिफ्ट्स को डिस्काउंट पर खरीदने पर भारी मुनाफा में बेचने के आरोपों की सुनवाई ईसीपी ने 19 सितंबर को पूरी कर ली थी। लेकिन फैसला सुरक्षित रखा था। ईसीपी की बेंच ने शुक्रवार को सर्वसम्मति से फैसला सुनाया। ईसीपी ने बताया कि इमरान खान भ्रष्ट आचरण में शामिल थे। उन्हें संसद के सदस्य के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया गया है। यह भी घोषणा की कि उनके खिलाफ भ्रष्ट आचरण कानूनों के तहत कार्रवाई की जाएगी। वह अगले पांच साल तक किसी भी सार्वजनिक पद पर नहीं रह सकेंगे।

खान के खिलाफ फैसला आने पर पाकिस्तान में विरोध, देंग हाईकोर्ट में चुनौती

इमरान खान को तोशाखाना मामले में दोषी करार दिए जाने पर पाकिस्तान में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। इमरान खान के समर्थन में ईसीपी भवन के पास एक विधायक के पुलिस गार्ड ने फॉयरिंग कर रोष जताया है। हालांकि, पुलिस ने आरोपी विधायक व पुलिस गार्ड को अरेस्ट कर लिया है। देश के विभिन्न शहरों में भी विरोध प्रदर्शन व झड़प की खबरें हैं।

उधर, इमरान खान की पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ के महासचिव असद उमर ने बताया कि ईसीपी के निर्णय के खिलाफ वह लोग इस्लामाबाद हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे। पूर्व मंत्री फवाह चौधरी ने भी ईसीपी के फैसले को खारिज करते हुए समर्थकों से विरोध प्रदर्शन शुरू करने की अपील की है।

उपचुनावों में एकतरफा जीत हासिल की है इमरान की पार्टी ने

इमरान खान के खिलाफ यह फैसला उप चुनाव के नतीजों के बाद आया है जिसमें उनकी पार्टी ने शानदार जीत हासिल की है। इमरान खान की पार्टी ने 8 नेशनल असेंबली सीटों में से 6 सीटों और तीन प्रॉविंशियल सीटों में दो पर जीत हासिल की है। 

पाकिस्तान सरकार ने फैसले का किया समर्थन

उधर, शहबाज शरीफ के नेतृत्व में बनी पाकिस्तान सरकार ने ईसीपी के इमरान खान को लेकर लिए गए निर्णयों का समर्थन किया है। कानून मंत्री आजम तरार ने कहा कि ईसीपी का निर्णय उचित और योग्यता के आधार पर लिया गया है। उन्हें (खान) पांच साल के लिए अयोग्य घोषित कर दिया गया है और ईसीपी ने संपत्ति छिपाने के लिए अदालत में उनके मुकदमे की भी मांग की है।

क्या है तोशाखाना डिविजन?

पाकिस्तान में साल 1974 में एक तोशाखाना डिविजन की स्थापना की गई थी। यह विभाग शासकों, सांसदों, नौकरशाहों और अधिकारियों को अन्य सरकारों और राज्यों के प्रमुखों या विदेशी गणमान्य व्यक्तियों द्वारा दिए गए कीमती उपहारों को संग्रहीत करता है। इसमें प्रधानमंत्रियों या अन्य गणमान्य लोगों को विदेशों से मिले उपहारों को रखा जाता है। इन उपहारों की समय-समय पर नीलामी की जाती है और उस आय को सरकारी खजाने में जमा कर दिया जाता है। 

क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान खान अविश्वास से हटाए गए पहले पीएम

क्रिकेटर से राजनेता तक का सफर तय करने वाले पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पाकिस्तान के पहले प्रधानमंत्री हैं जिनको अविश्वास प्रस्ताव से हटाया गया हो। बीते अप्रैल 2022 में इमरान खान के खिलाफ विपक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव लाया था। काफी नाटकीय ढंग से इमरान खान ने अविश्वास को टालने की कोशिश की लेकिन अंतत: उनके खिलाफ प्रस्ताव पास हो गया और उनको इस्तीफा देना पड़ा था। हालांकि, अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने को इमरान खान ने अमेरिका की साजिश करार दिया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि रूस, चीन और अफगानिस्तान पर उनकी स्वतंत्र विदेश नीति के फैसलों के कारण उन्हें निशाना बनाया जा रहा है। विपक्ष, अमेरिका की अगुवाई वाली साजिश का हिस्सा है। इमरान खान 2018 में प्रधानमंत्री पद संभाले थे और अप्रैल 2022 में हटा दिए गए।

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