आम चुनाव के तारीखों का ऐलान करने के लिए 20 दिसंबर तक की डेडलाइन, राज्यों के MLAs ने दी सामूहिक इस्तीफा की धमकी

पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट यानी पीडीएम वर्तमान में देश पर शासन कर रहे राजनीतिक दलों का एक गठबंधन है। इमरान खान के नेतृत्व वाले पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी की पंजाब, खैबर पख्तूनख्वा और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर व गिलगि-बाल्टिस्तान प्रांतों में सत्ता में है।

Dheerendra Gopal | Published : Dec 11, 2022 12:33 PM IST

नई दिल्ली। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी ने एक बार फिर पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा प्रांतों के विधानसभाओं को भंग करने की धमकी दी है। पीटीआई ने कहा कि अगर शहबाज शरीफ सरकार आम चुनावों का ऐलान नहीं करती है तो वह अपने विधायकों को सामूहिक इस्तीफा के साथ प्रांतीय सरकारों को भंग कर देंगे। इमरान खान की पार्टी ने 20 दिसंबर तक की डेडलाइन दी है।

आयातित सरकार नहीं चाहती है चुनाव

पूर्व सूचना मंत्री और पीटीआई के वरिष्ठ उपाध्यक्ष फवाद चौधरी ने एक ट्वीट में कहा कि पाकिस्ताना की आयातित सरकार के नेता चुनाव नहीं चाहते हैं। साथ ही उन्हें पता नहीं है कि देश को कैसे चलाना है। देश के मामलों को मंत्रियों की नियुक्ति और विदेश यात्राओं से नहीं चलाया जाता है। अगर पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) 20 दिसंबर तक आम चुनाव कराने का फॉर्मूला नहीं लाता है तो पंजाब और केपी विधानसभाएं भंग कर दी जाएंगी। चौधरी ने कहा कि पाकिस्तान को राजनीतिक स्थिरता चाहिए जो बिना स्थिर सरकार के संभव नहीं है।

देश में है पीडीएम की सरकार जबकि तीन राज्यों में पीटीआई

दरअसल, पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट यानी पीडीएम वर्तमान में देश पर शासन कर रहे राजनीतिक दलों का एक गठबंधन है। इमरान खान के नेतृत्व वाले पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी की पंजाब, खैबर पख्तूनख्वा और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर व गिलगि-बाल्टिस्तान प्रांतों में सत्ता में है।

इमरान खान ने भी दी थी धमकी

इमरान खान ने इस महीने के शुरूआत में यह चेतावनी दी थी कि अगर प्रधान मंत्री शरीफ के नेतृत्व वाली संघीय सरकार बातचीत के लिए नहीं बैठती है और आम चुनाव की तारीखों की घोषणा नहीं करती है तो वह पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा प्रांतों में विधानसभाओं को भंग कर देंगे।

 

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