हाई टैक्स, बेतहाशा महंगाई और बिजली किल्लत से परेशान प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पाकस्तानी अधिकारी लगातार हमला कर रहे हैं। इस हमले में कम से कम दो नागरिकों के मारे गए हैं।
Unrest in PoK: पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में स्थितियां बेहद खराब हैं। मूलभूत सुविधाओं के लिए संघर्षरत पीओके में रहने वालों के खिलाफ पाकिस्तान सरकार ने बड़े पैमाने पर कार्रवाई की है। हाई टैक्स, बेतहाशा महंगाई और बिजली किल्लत से परेशान प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पाकस्तानी अधिकारी लगातार हमला कर रहे हैं। इस हमले में कम से कम दो नागरिकों के मारे गए हैं। पुलिस हवाई फायरिंग के साथ आंसू गैस छोड़े।
मुजफ्फराबाद में हड़ताल
उधर, पुलिसिया कार्रवाई के खिलाफ पीओके की राजधानी मुजफ्फराबाद में पूर्ण बंदी कर दी गई। आक्रोशित लोगों व्यापारियों ने अपनी प्रतिष्ठानें बंद कर विरोध दर्ज कराया। हड़ताल की वजह से यातायात भी ठप रहा। यह विरोध जम्मू-कश्मीर ज्वाइंट आवामी एक्शन कमेटी के आह्वान पर था। यह बंद केवल मुजफ्फराबाद ही नहीं बल्कि पीओके के कई शहरों समानी, सहंसा, मीरपुर, रावलकोट, खुईरट्टा, टट्टापानी, हट्टियन बाला में पूर्ण रूप से सफल रहा। यह बंद बड़े स्तर पर 12 मई को भी आयोजित है। पीओके के चीफ सेक्रेटरी सहित तमाम अधिकारी डेरा डाले हुए हैं। कई प्लाटून फोर्स जगह-जगह तैनात किया गया है।
पीओके में होती रहती है दमनकारी कार्रवाई
पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर एक अशांत क्षेत्र है। यहां के नागरिक मूलभूत सुविधाओं के अभाव में जीवन बसर कर रहे हैं। पाकिस्तान की माली हालत खराब होने के बाद यहां की स्थितियां बद से बदतर हो चुकी हैं। नागरिक महंगाई, बिजली-पानी को लेकर परेशान हैं। महंगाई, महंगे टैक्स और बिजली की किल्लत से त्राहिमाम कर रहे लोग आंदोलित हैं। इनकी आवाज को दबाने के लिए आए दिन पाकिस्तानी पुलिस और सेना दमनात्मक कार्रवाई करती रहती है।
ताज़ा कार्रवाई तब शुरू हुई जब कई प्रदर्शनकारियों ने शनिवार को मार्च निकाला। पाकिस्तान रेंजर्स और स्थानीय पुलिस ने हवा में आंसू गैस, छर्रों और गोलियों से जवाब दिया। पुलिस और अर्धसैनिक बलों के हमले में दो प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई है। हालांकि, शांतिपूर्ण निकला मार्च, उस समय उग्र हो गया जब पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी। नागरिक पुलिस पर भड़क गए और झड़प शुरू हो गई। भीड़ से घिरी पुलिस ने लोगों पर फायरिंग शुरू कर दी। कई वायरल वीडियो में पुलिसवाले एके47 ताने दिख रहे हैं।
पीओके की बिजली दूसरे शहरों को…
दरअसल, पीओके के लोग इसलिए भी नाराज हैं क्योंकि यहां उत्पादित बिजली दूसरे शहरों को भेज दी जाती है। लोगों की मांग है कि कम से कम उनके लिए भी बिजली की व्यवस्था की जाए। इसके बाद ही दूसरे शहरों को उनकी बिजली दी जाए। पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति बेहद बदहाल है। यह राष्ट्र अंतरराष्ट्रीय कर्ज में डूबा हुआ है। कर्ज की वजह से महंगाई यहां चरम पर है।
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