
इंटरनेशनल डेस्क। पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइन्स (PIA) ने शुक्रवार को लंदन उच्च न्यायालय (London High Court) को बताया है कि उसने डबलिन स्थित एयरकैप द्वारा लीज पर लिए गए दो विमानों के लिए पेरेग्रीन एविएशन चार्ली लिमिटेड (Peregrine Aviation Charlie Ltd) को करीब लगभग 7 मिलियन अमेरिकी डालर (करीब 51,09,95,800 रुपए) का भुगतान किया है। बता दें कि पाकिस्तान के विमान को मलेशिया में जब्त कर लिया गया था। इसके पीछे कंपनी को भुगतान नहीं किए जाने का मामला था। जानकारी के मुताबिक, मलेशियाई अदालत ने कहा कि कुआलालम्पुर हवाई टर्मिनल पर पीआईए बोइंग-777 का किराया और लेवी की किस्त से ज्यादा डबलिन एयरकैप पर बकाया है।
मामले को खारिज कराने की हो रही थी कोशिश
बता दें कि पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइन्स (PIA) के कानूनी सलाहकार लीज लिए गए विमानों के इस मामले को अदालत में खारिज कराना चाहते थे। कहा जा रहा है कि उन्हें भरोसा था कि पीआईए के लिए अदालत द्वारा कोई न कोई ऐसी व्यवस्था की जाएगी, जिसके जरिए सारा भुगतान किया जाएगा। इस मामले का खुलासा जियो न्यूज ने किया।
क्या था मामला
दरअसल, पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइन्स ने लीज पर लिए गए विमानों के लिए कंपनी को कहे जाने के बावजूद जुलाई 2020 से ही किस्तें नहीं चुकाईं। उस पर हर महीने 5 लाख, 80 हजार डॉलर का बकाया चल रहा था, फिर भी उसने भुगतान शुरू नहीं किया। इसके बाद मुकदमा दायर किया गया और विमान को जब्त कर लिया गया। अक्टूबर 2020 में लंदन उच्च न्यायालय में पीआईए के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया, जिसमें लीज पर विमान देने वाली कंपनी ने बताया कि पीआईए पर लगभग 14 मिलियन डॉलर किराए का भुगतान बकाया है।
क्या कहा पीआईए ने
पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइन्स ने कहा कि कोविड-19 (COVID-19) महामारी से एविएशन का व्यवसाय बहुत ज्यादा प्रभावित हुआ है, इसलिए उसे ओवरहेड चार्ज में छूट मिलनी चाहिए। लेकिन विमान के मलेशिया के लिए उड़ानों की बुकिंग का डेटा मिला, तो पता चला कि पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइन्स ने अच्छी-खासी कमाई की है।
लंदन हाईकोर्ट ने जब्ती का दिया आदेश
इसके बाद वसूली के लिए दवाब बढ़ाया गया। आखिरकार, विमान को जब्त तक करना पड़ा। पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइन्स के बोइंग 777 हवाई जहाज को तब जब्त किया गया, जब लंदन हाईकोर्ट ने इसके लिए आदेश जारी किया।
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