Prime Minister Imran Khan के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा और मतदान के लिए शनिवार को नेशनल असेंबली बुलाई गई। देर रात में हुए मतदान में इमरान सरकार के खिलाफ 174 वोट पड़े।
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में बड़ा राजनीतिक बदलाव हो चुका है। पूरे दिन की उठापटक के बाद आखिरकार देर रात में अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग कराई गई। कार्यवाहक स्पीकर ने परिणामों की घोषणा की तो विपक्ष को 174 वोट मिले। इमरान खान की पार्टी के सदस्यों ने वोटिंग के कुछ देर पहले सदन का बहिष्कार कर दिया। सत्ताधारी दल मतदान में शामिल नहीं हुआ।
स्पीकर और डिप्टी स्पीकर का इस्तीफा
देर रात तक अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान कराने को लेकर असमंजस की स्थितियां बनी हुई थी। पूरे दिन पाकिस्तान में हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा। काफी हंगामा के बाद स्पीकर ने रात करीब बारह बजे इमरान खान को समन देकर नेशनल असेंबली में बुलाया लेकिन वह नहीं पहुंचे। उधर, इमरान खान को समन के बाद नेशनल असेंबली के स्पीकर और डिप्टी स्पीकर ने इस्तीफा दे दिया है। स्पीकर के इस्तीफा के बाद अयाज सादिक को चार्ज दिया गया। उन्होंने अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग शुरू कराई। स्पीकर के इस्तीफा के बाद पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के सांसदों ने सदन का बहिष्कार कर दिया। वोटिंग में इमरान सरकार के खिलाफ में 174 वोट पड़े जबकि पक्ष में शून्य वोट मिले। कार्यवाहक स्पीकर अयाज सादिक ने इसकी घोषणा की है।
पहले दस बजे तक असेंबली स्थगित कर की गई हीलाहवाली
इसके पहले रात करीब दस बजे अविश्वास पर मतदान के पहले ही प्रधानमंत्री इमरान खान ने कैबिनेट की मीटिंग बुलाई थी। इमरान खान ने कैबिनेट मीटिंग में तय हुआ कि इमरान खान इस्तीफा नहीं देंगे। उधर, चीफ जस्टिस के आदेश के बाद देर रात को सुप्रीम कोर्ट को खोला गया। विपक्ष वोटिंग न कराए जाने से नाराज होकर एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट पहुंचा था।
पुलिसकर्मियों की छुट्टियां निरस्त, हवाई अड्डों की सुरक्षा बढ़ी
उधर, पाकिस्तान में पुलिस कर्मियों की सारी छुट्टियां निरस्त कर दी गई हैं। पूरे देश में इमरजेंसी जैसे हालात हैं। देश के सभी एयरपोर्ट्स की भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इस्लामाबाद की सारी सड़कों पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। सड़कों पर जगह जगह बैरिकेड्स लगाए गए हैं।
बिना एनओसी के इमरान के मंत्रियों व खास लोगों को कहीं जाने की इजाजत नहीं
अधिकारियों को सख्त हिदायत दी गई है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री या उनके खास या मंत्रिमंडल के मंत्रियों को कहीं एनओसी के बिना न जाने दिया जाए। आशंका जताई गई है कि पीएम इमरान खान की कुर्सी खतरे में पड़ने के बाद उनके लोग देश छोड़ सकते हैं।
रात दस बजे से फिर नेशनल असेंबली में बहस
सु्प्रीम कोर्ट के आदेश के बाद आज शनिवार को नेशनल असेंबली में इमरान सरकार के अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा शुरू हुई। लेकिन इसी बीच सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच कई बार नोकझोंक की स्थितियों को देखते हुए कई बार सदन को कुछ देर के लिए स्थगित करना पड़ा। शाम को एक बार फिर दस बजे तक सदन स्थगित किया गया था।
उधर, सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर पाकिस्तान नेशनल असेंबली में चर्चा चल रही है। इस बीच अध्यक्ष असद कैसर ने कथित तौर पर कहा है कि वह किसी भी परिस्थिति में इमरान खान के खिलाफ मतदान नहीं कराएंगे। पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार नेशनल असेंबली के स्पीकर ने कथित तौर पर विपक्ष के प्रतिनिधि से बात करते हुए यह टिप्पणी की।
उन्होंने कहा कि वह प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ मतदान नहीं कराएंगे। कैसर ने कथित तौर पर कहा कि उनका इमरान खान के साथ 30 साल का रिश्ता है। वह इसे समाप्त नहीं कर सकते। भले ही इसके लिए अदालत की अवमानना का सामना करना पड़े।
गिरफ्तारी से बचना चाहते हैं इमरान
पाकिस्तान की मीडिया के अनुसार इमरान खान ने अपने इस्तीफे के पहले तीन शर्तें रखी थी। उनकी मांग है कि उन्हें यह गारंटी दी जाए कि पद छोड़ने के बाद गिरफ्तार नहीं किया जाएगा। उनके खिलाफ NAB (National Accountability Bureau) के तहत केस दर्ज नहीं किया जाएगा और विपक्ष के नेता शाहबाज शरीफ को प्रधानमंत्री नहीं बनाया जाएगा। इमरान की मांग है कि शाहबाज की जगह विपक्ष के किसी और नेता को पीएम बनाया जाए। विपक्ष ने इमरान खान की कोई शर्त मानने से इनकार कर दिया।
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